आइपीएल के अगले सत्र के लिए खिलाड़ियों की नीलामी की तैयारी पूरी हो गई है। आइपीएल की नीलामी छह फरवरी को बंगलुरु में होगी। पिछले दो सीजन में सबसे ज्यादा कीमत पर बिकने वाली खिलाड़ी युवराज सिंह पर इस बार भी फ्रेंचाइजी सबसे बड़ी कीमत लगा सकते हैं। पिछले सत्र में दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें सोलह करोड़ में खरीदा था लेकिन उनका प्रदर्शन बहुत चमकदार नहीं रहा था। इससे पहले के सत्र में भी युवराज सबसे महंगे खिलाड़ी थे तब रोयाल चैलेंजर्स बंगलूर ने उन्हें 14 करोड़ रुपए में खरीदा था लेकिन 2014 आइपीएल में न तो युवराज का बल्ला चला और न ही अपनी गेंदबाजी से उन्होंने कोई कमाल किया। लेकिन आइपीएल में खराब प्रदर्शन के बावजूद युवराज फिर इस बार सबसे महंगे भारतीय खिलाड़ी हो सकते हैं। उन्हें चुनौती इंग्लैंड के कीवन पीटरसन से मिल सकती है। इंग्लैंड टीम से बाहर चल रहे पीटरसन का बल्ला इस बार बिग बैश लीग में जम कर बोला। उनकी टीम सिडनी थंडर्स फाइनल में भी पहुंची थी लेकिन फाइनल में उनकी टीम हार गई।

इनके अलावा दो आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी माइकल हसी और उस्मान ख्वाजा पर भी बड़ी बोली लग सकती है। हसी और पीटरसन उसी पूल में शामिल हैं जिसमें युवराज है। युवराज, हसी और पीटरसन की आधार कीमत दो करोड़ रुपए रखी गई है। युवराज ने लंबे समय के बाद भारतीय टीम में वापसी की है। घरेलू क्रिकेट में उनके बल्ले से रन निकले थे लेकिन आइपीएल के पिछले दो सत्र में वे लगातार नाकाम रहे थे। इनके अलावा दो करोड़ की आधार कीमत जिन दूसरे खिलाड़ियों की तय की गई है उनमें दिनेश कार्तिक, संजू सैमसन, स्टुअर्ट बिन्नी, ईशांत शर्मा, धवल कुलकर्णी, आशीष नेहरा, शेन वाटसन, केन रिचर्डसन व मिशल मार्श के नाम उल्लेखनीय हैं।

हालांकि इनमें से कुछ नाम तो चौंकाने वाले हैं। दिनेश कार्तिक, संजू सैमसन, स्टुअर्ट बिन्नी का आधार मूल्य दो करोड़ रखने का क्या आधार है समझ से परे है। इनका प्रदर्शन हाल के दिनों में बहुत बेहतर नहीं रहा है। सैमसन ने सैयद मुशताक अली ट्राफी में जरूर कुछ अच्छी पारियां केरल के लिए खेली हैं, लेकिन उनकी वह पारियां ऐसी नहीं है जो उनका आधार मूल्य दो करोड़ रुपए तय करे। इसी तरह दिनेश कातिर्क आइपीएल के पिछले दो सत्र में बड़ी रकम पाने वालों में टाप पर रहे हैं। दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें 2014 में साढ़े बारह करोड़ रुपए में खरीदा था। लेकिन वे नहीं चले।
पिछले साल रायल चैलेंजर्स बंगलूर ने उन्हें साढ़े दस करोड़ में खरीदा था। दिनेश पिछले सीजन में भी बुरी तरह फ्लाप रहे। इस साल भी उनका प्रदर्शन बहुत चमकदार नहीं रहा तो फिर दो करोड़ कीमत तय करने का आधार समझ से परे है। दिनेश को पिछले साल खरीदने वाली रोयल चैलेंजर्स ने अपनी टीम से छुट्टी कर दी थी। स्टुअर्ट बिन्नी के साथ भी ऐसा ही कुछ है। लेकिन आइपीएल में जिनकी चलती है, वे स्तरहीन खिलाड़ियों को अनाप-शनाप पैसा दिलवा देते हैं। भले उनका प्रदर्शन बेहतर हो या नहीं।

इस सूची में चार सौ से ज्यादा खिलाड़ी हैं जिन्हें नीलामी के लायक समझा गया है। इनमें से अंतिम सूची तैयार की जाएगी। सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में बेहतर प्रदर्शन करने वाले कुछ युवा भारतीय खिलाड़ियों को इस सूची में शामिल किया गया है। लेकिन सवाल यह है कि फ्रेंचाइजी इन पर कितना दांव लगाते हैं। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने इस साल यह जरूर किया कि सैयद मुश्ताक अली ट्राफी का आयोजन आइपीएल नीलामी से पहले किया ताकि युवा खिलाड़ियों को मौका मिल सके। अब टीमों पर निर्भर है कि वे इनमें से किन पर और कितना यकीन करते हैं। वैसे आइपीएल संचालन समिति ने जोस बटलर, मोहित शर्मा और डेल स्टेन को देढ़ करोड़ के आधार मूल्य वाली सूची में डाल रखा है, जबकि इस सत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले इरफान पठान का आधार मूल्य एक करोड़ तय किया गया है। भारतीय वनडे टीम के सदस्य रहे बीरेंद्र सरन को मार्टिन गुप्टिल और जासन होल्डर के साथ पचास लाख रुपए वाले पूल में डाला गया है।

माना जा रहा है कि इस बार नीलामी जोरदार होगी। दो नई टीमों सहित दूसरी टीमें कुछ खिलाड़ियों को टीम में लेने के लिए अपना पूरा जोर लगा देंगीं। दिल्ली डेयरडेविल्स ने पिछले महीने युवराज सिंह और श्रीलंकाई खिलाड़ी एंजलिो मैथ्यूज सहित तेरह खिलाड़ियों को रिलीज कर इसके संकेत भी दे दिए थे। दोनों पर पिछले सत्र में दिल्ली ने करीब 24 करोड़ की रकम खर्च की थी। लेकिन दोनों का ही प्रदर्शन बहेत बेहतर नहीं रहा था। बड़ी कीमत और खराब प्रदर्शन की वजह से दिल्ली ने उनकी टीम से छुट्टी कर अपना बजट संतुलित किया है ताकि नीलामी में कुछ अच्छे खिलाड़ियों पर दांव खेला जा सके। आइपीएल की छह टीमों ने युवराज, मैथ्यूज व कातिर्क सहित 61 खिलाड़ियों को रिलीज किया था।

नीलामी में इस साल कोलकाता नाइट राइडर्स, मुंबइ इंडियंस, दिल्ली डेयरडेविल्स, सनराइजर्स हैदराबाद, रोयल चैलेंजर्स बंगलूर, किंग्स इलेवन पंजाब के साथ-साथ नई टीमें राइजिंग पुणे सुपर जैंट्स (आरपीएसजे) के अलावा राजकोट की टीम भी हिस्सा लेगी। राजकोट टीम का नाम अभी नहीं रखा गया है। दिल्ली डेयरडेविल्स के पास अब कुल 37.15 करोड़ की रकम बची है तो किंग्स इलेवन पंजाब के पास 23 करोड़ की। कोलकाता नाइट राइडर्स 17.95 करोड़, मुंबई इंडियंस 14.40 करोड़, रोयल चैलेंजर्स बंगलुरु 21.62 करोड़ व सनराइजर्स हैदराबाद 30.15 करोड़ रुपए नीलामी के दौरान खिलाड़ियों की खरीदारी के लिए खर्च कर सकती है। पुणे व राजकोट की टीमों के पास 27-27 करोड़ रुपए हैं। जाहिर है कि दिल्ली, पुणे, राजकोट व हैदराबाद टीमें नीलामी में एक-दूसरे को टक्कर देंगीं। देखना यह है कि इस नीलामी में युवराज फिर महंगे खिलाड़ी बनते हैं या फिर कोई और उनसे आगे निकल जाता है।