एक कवि ने भारतीय जनता पार्टी की पराजय पर एक व्यंग्य भरा वीडियो पोस्ट किया और फेसबुक ने उसे 24 घंटे के लिए ब्लॉक कर दिया। इस मुद्दे पर भाजपा ने कहा है कि इस सबमें उसका कोई रोल नहीं है। किस्सा केरल का है और वीडियो पोस्ट करने वाले कवि का नाम है के सच्चिदानंदन। वीडियो सचिच्दानंदन ने नहीं बनाया था। वह तो एक वाट्सएप ग्रुप में मिला था, जिसे उठाकर उन्होंने फेसबुक पर चिपका दिया।

कवि बताते हैं कि वीडियो दरअसल एक फिल्म की क्लिपिंग थी, जिसमें किसी हार के बाद हिटलर अपने सैनिकों को संबोधित कर रहा है। फिल्म का असली साउंडट्रैक उड़ा दिया गया है और उसकी जगह मलयालम में कथित तौर पर नरेंद्र मोदी और शाह को बोलते बताया जा रहा है। सच्चिदानंद कहते हैं कि यह एक व्यंग्य पोस्ट थी। भाजपा के खिलाफ थी लेकिन किसी के साथ गाली-गलौज या अभद्रता नहीं की जा रही थी।

कवि का कहना है कि एक महीने पहले भी उनके साथ एक वाकया हुआ था। तब फेसबुक ने वॉर्निंग भर दी थी। उस बार भी उन्होंने अपनी पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्तीफा देने की मांग की थी।

मलयालम कवि का कहना है कि केंद्र सरकार और फेसबुक मिले हुए हैं। भारत एक बहुत बड़ा कंज्यूमर है और भाजपा की आइटी सेल बहुत बड़ी है। वह हम जैसे लोगों पर निश्चय ही नजर रख रहे होंगे जो समाज को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं।

सच्चिदानंदन की नजर में यह बोलने की आज़ादी पर अंकुश के सिवा और कुछ नहीं है। हमको सोशल मीडिया पर अपना गुबार उड़ेलने की छूट मिली रहनी चाहिए। बड़ी तानाशाही है भाई।मलयालम कवि कुछ भी कहें, भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि कवि की पोस्ट डिलीट होने में पार्टी का कोई हाथ नहीं है। फेसबुक ने क्या और क्यों किया है, यह बात तो फेसबुक ही बता सकता है।