बिहार में कोरोना का कहर तेजी से बढ़ रहा है। महामारी के इस दौर में आम लोग सरकारी व्यवस्था से भी परेशान हैं। राज्य भर में ऑक्सीजन, एंबुलेंस और दवा की कमी देखने को मिल रही है। जहां एक तरफ कथित तौर पर चालक के अभाव में एंबुलेंस धूल फांक रही है तो वहीं मरीज को ठेले पर ढोने के लिए परिजन मजबूर हैं।
सोशल मीडिया पर राज्य के चंपारण से एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें मरीज को एक ठेले पर लाद कर अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। बताते चलें कि एंबुलेंस को लेकर बिहार की राजनीति गर्म है। 2 दिन पहले ही पूर्व सांसद पप्पू यादव ने बीजेपी के सांसद राजीव प्रताप रूडी पर एंबुलेंस को छिपा कर रखने का आरोप लगाया था। जिसके बाद बीजेपी की तरफ से जमकर सफाई दी गयी थी। लेकिन राज्य भर में मरीजों को हो रही दिक्कत की खबरें लगातार सामने आ रही है।
कहीं धूल फांक रहीं है एंबुलेंस तो कहीं ठेले पर ढोयी जा रहीं मरीज।
यह वीडियो गांधी जी के कर्मभूमि, वाल्मीकि के तपोभूमि उसी चंपारण का है जहां से बीजेपी के 8 विधायक 3 सांसद 1 विधान पार्षद के साथ साथ राज्य के उपमुख्यमंत्री भी यही से हैं क्या कहेंगे इसे ।@NitishKumar pic.twitter.com/Vol2cQRyTL
— Kashish News Bihar (@KashishBihar) May 9, 2021
राज्य के सभी जिलों में लोग कोरोना संकट से जूझ रहे हैं। सूपौल जिले के त्रिवेणीगंज में ऑक्सीजन के अभाव में एक मरीज की तड़प-तड़प कर मौत हो गयी। परिजनों का कहना है कि मरीज को जब कोविड सेंटर पर लाया गया तो वहां कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं थे। कुछ नर्सों के हाथों में पूरी व्यवस्था थी।
बताते चलें कि राज्य सरकार की तरफ से घोषणा की गयी है कि अब बिहार में भी 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन देने की घोषणा कर दी है। गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि पिछले 24 घंटे में आए 4,03,738 मामलों में से 71.75 फीसदी, महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली समेत 10 राज्यों से हैं।
सूची के अन्य 10 राज्यों में केरल, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और हरियाणा हैं। मंत्रालय ने बताया कि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 56,578 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इसके बाद कर्नाटक में 47,563 और केरल में 41,971 मामले मिले हैं। उसने बताया कि कुल 30.22 करोड़ नमूनों की जांच पूरे देश में की गई हैं जबकि दैनिक कोविड-19 संक्रमण दर 21.64 प्रतिशत है।