Delhi Violence, Delhi Protest Today News: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली में चार दिन से जारी हिंसा को नरसंहार करार दिया है। उन्होंने कहा, “दिल्ली में जो भी हो रहा है उसे साम्प्रादायिक दंगे नहीं कहा जा सकता। यह पूर्व नियोजित नरसंहार है। यह हमें गुजरात 2002 की याद दिलाता है। लेकिन अल्लाह न करे यह उसी तरह आगे बढ़े। जिस तरह भाजपा सरकार की खामोशी है। उसकी तरफ से कोई हरकत नहीं की जाती, एक सन्नाटा मेंटेन किया जाता है। यह पक्के तौर पर पूर्व नियोजित है।”
‘दिल्ली पुलिस दंगाइयों के साथ मिली हुई है’
ओवैसी ने आगे कहा, “मैंने कल ही एक बयान दिया था कि दिल्ली में दंगे रोकने के लिए सेना को बुलाया जाए। दिल्ली पुलिस दंगे नहीं रोक पाएगी, क्योंकि वह बराबर की मुल्जिम है इन घटनाओं में। दिल्ली पुलिस इन लोगों को बढ़ावा दे रही है। पुलिस ही लोगों पर पत्थर फेंक रही है। पुलिस दंगाइयों के साथ मिली हुई है। तो आखिर यह रुकेगा कैसे।”
‘गृह मंत्री होने का सबूत दें अमित शाह’
भारत की राजधानी में हो रहा है दंगा। आपके पास 308 सांसद हैं। क्या फायदा अगर आप दिल्ली को बचा नहीं सकते। दिल्ली में होम मिनिस्टर का ऑफिस है। क्यों नहीं अमित शाह प्रभावित इलाकों में नहीं जाते, जहां मस्जिद पर हमला हुआ। आप इलेक्शन कैंपेन में 4 दिन गुजारेंगे दिल्ली में। आज आप गृह मंत्री होने का सबूत दीजिए। यह नाकामी सरकार की और गृह मंत्रालय की है कि वे दंगे रोकने में नाकाम रहे।
भाजपा ने आज नफरत फैला दी है और जो वर्दी में हैं उनके दिमाग तक में नफरत डाल दी है। जो लोग आज मरे हैं उसकी जिम्मेदार भाजपा है। क्यों प्रधानमंत्री नहीं कहते कि देश में रहना है तो सिर्फ भारत का नागरिक बन कर रहना है।
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