उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अच्छा हुआ मेरी शादी पहले ही हो गई थी, वर्ना योगी आदित्यनाथ मेरी शादी भी नहीं होने देते। अखिलेश यादव ने शनिवार को एंटी रोमियो स्क्वैड पर तंज कसते हुए लखनऊ में ये बातें कही। आपको बता दें कि योगी आदित्य नाथ के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के साथ ही एंटी रोमियो स्क्वैड का भी गठन हो गया है। ये स्क्वैड पब्लिक में लड़कियों को छेड़ रहे मनचलों पर कार्रवाई करता है। हालांकि इसके गठन के बाद से ही इसकी आलोचना भी हो रही है। इसी कड़ी में पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपने इस बयान से यूपी सरकार की नीतियों पर चुटकी ली है।

आपको बता दें कि अखिलेश यादव और सांसद डिंपल यादव की लव मैरिज हुई है। शादी से पहले ही दोनों एक दूसरे से प्यार करते थे। अखिलेश यदव ने इसी बात को लेकर कहा कि जिस तरह से एंटी रोमियो स्क्वैड यूपी में प्यार करने वाले युवाओं पर डंडे बरसा रहा है उस हिसाब से तो उनकी शादी ही नहीं हो पाती।

अखिलेश यादव और डिंपल की पहली मुलाकात उनके एक कॉमन फ्रेंड के घर पर हुई थी। अखिलेश मैसूर यूनिवर्सिटी से पर्यावरण विज्ञान में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे। जिस वक्त उनकी मुलाकात डिंपल से हुई उस वक्त डिंपल की उम्र मात्र 17 साल थी और वही अभी इंटर में पढ़ रही थीं। पहली मुलाकात में ही दोनों दोस्त बन गए। दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। प्यार अभी परवान चढ़ ही रहा था कि अखिलेश आगे की पढ़ाई के लिए ऑस्ट्रेलिया चले गए। लेकिन सात समुंदर जाकर भी अखिलेश और डिंपल के प्यार में कोई कमी नहीं आई।

अखिलेश जब ऑस्ट्रेलिया से लौटे तब उन्होंने डिंपल के साथ शादी का बन बना लिया। अखिलेश ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव से इस बाबत बात की, लेकिन मुलायम ने इस शादी से इनकार कर दिया। दरअसल सियासी समीकरणों के अलावा डिंपल जाति से राजपूत थीं जो मुलायम के इनकार का करण बन रहा था । पिता के इनकार के बाद अखिलेश के लिए इकलौती उम्मीद अमर सिंह बचे। भले अब अमर सिंह और अखिलेश यादव के बीच दुश्मनी हो गई है लेकिन वो अमर सिंह ही थे जिन्होंने मुलायम सिंह को इस शादी के लिए तैयार किया। अंत में 25 नवंबर 1999 का वो दिन आ ही गया जब अखिलेश और डिंपल शादी के पवित्र बंधन में बंध कर हमेशा के लिए एक हो गए।