किसान आंदोलन की अहम आवाज बने युद्धवीर सिंह लंबे अर्से से संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने पीएम रहे चौधरी चरण सिंह के अलावा दिग्गज किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत के साथ भी काम किया। वह जाट महासभा के महासचिव हैं। मौजूदा समय में वह राकेश टिकैत के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ आंदोलन चला रहे हैं।

मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलनरत युद्धवीर साफ लहजे में कहते हैं कि जब तक तीनों काले कानून वापस नहीं होंगे तब तक आंदोलन खत्म नहीं किया जाएगा। उनका कहना है कि सरकार को किसानों की आवाज सुननी ही पड़ेगी। बकौल युद्धवीर, औकात का तो वक्त आने पर पता चलता है. रात को गीदड़ कितना भी चिल्ला लेकिन सुबह तो शेर का ही दबदबा होता है।

युद्धवीर का जन्म दक्षिणी दिल्ली के महिपालपुर गांव में हुआ। अपनी युवावस्था में वह चौधरी चरण सिंह के साथ जुड़े। ऑल इंडिया जट महासभा से संबंध रखने वाले युद्धवीर सिंह सहरावत की उम्र 60 वर्ष है। मूल रूप से खेती करने वाले युद्धवीर सिंह सहरावत दिल्ली के महिपालपुर में रहते हैं। उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। वह राष्ट्रीय लोकदल के जनरल सेक्रेट्री भी रह चुके हैं। अभी वह भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव हैं।

ध्यान रहे कि युद्धवीर सिंह को शुक्रवार को गुजरात पुलिस ने अहमदाबाद में प्रेस वार्ता के दौरान गिरफ्तार कर लिया। भाकियू से जुड़े किसानों ने इस गिरफ्तारी के विरोध में दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पूरी तरह बंद करने की घोषणा की है। किसानों का कहना है कि जब तक युद्धवीर सिंह को रिहा नहीं किया जाता तब तक एक्सप्रेस-वे को बंद ही रखा जाएगा। उनका कहना है कि किसान इस तरह से सरकार से डरने वाले नहीं हैं।

उधर, राकेश टिकैत ने उनकी गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कहा कि मीडिया के सामने युद्धवीर को उठाकर ले जाया गया। उन्होंने कहा कि अगर युद्धवीर को रिहा नहीं किया गया तो गुजरात में जाकर लोगों को आजाद कराएंगे। वहां के किसानों को अपने आंदोलन के साथ जोड़कर एक मुहिम चलाएंगे। उनका कहना है कि गुजरात इसी देश का हिस्सा है। संयुक्त मोर्चा इस मसले पर अपनी रणनीति बनाकर संघर्ष करता रहेगा।