केंद्र सरकार ने रविवार को राज्यसभा में कृषि विधेयक को पेश किया। इस पर विपक्ष ने एक बार फिर जमकर हंगामा किया। जहां कांग्रेस नेताओं ने इसे किसानों का डेथ वॉरंट कह दिया, वहीं भाजपा ने भी विपक्ष पर किसानों को बहकाने का आरोप लगाया है। बिल पर चर्चा के बीच ही वाईएसआर कांग्रेस और कांग्रेस सांसदों के बीच कहासुनी हो गई। दरअसल, YSRCP सांसद वीवी रेड्डी ने कृषि बिल के प्रति समर्थन जताते हुए कांग्रेस को दलालों की पार्टी करार दे दिया। इस पर कांग्रेस सांसद भड़क गए और बयान पर रेड्डी से माफी की मांग करने लगे।

क्या कहा YSRCP सांसद ने?: आंध्र प्रदेश में सत्ता संभाल रही वाईएसआर कांग्रेस की ओर से राज्यसभा सांसद वीवी रेड्डी के बयान का विपक्ष को बेसब्री से इंतजार था, क्योंकि उनके रुख से एक और गैर-एनडीए पार्टी का कृषि बिल पर रुख तय होना था। हालांकि, कांग्रेस की सारी उम्मीदों को तोड़ते हुए वीवी रेड्डी ने उस पर ही निशाना साधा। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के पास इन विधेयकों का विरोध करने का कोई कारण नहीं है। कांग्रेस मिडलमैन ‘दलालों’ की पार्टी है।” रेड्डी ने कांग्रेस को पाखंडी बताते हुए कहा कि पार्टी ने अपने 2019 के घोषणापत्र में भी ऐसे ही वादे किए थे।

कांग्रेस का सदन में हंगामा: रेड्डी के बयान पर तिलमिलाई कांग्रेस ने जमकर हंगामा काटा। कांग्रेस MP आनंद शर्मा ने उनसे बयान पर माफी मांगने के लिए कहा। हालांकि, रेड्डी अपने बयान पर अड़े रहे। इस बीच राज्यसभा के उपसभापति डॉ. एल. हनुमनथैया ने कहा कि वीवी रेड्डी के बयान का कोई भी हिस्सा रिकॉर्ड में नहीं जाएगा।

भाजपा को YSRCP, BJD, TRS और AIADMK के समर्थन की उम्मीद: गौरतलब है कि लोकसभा में कृषि विधेयक के पास होने के बाद अब भाजपा को उम्मीद है कि राज्यसभा में भी चर्चा के बाद विधेयक को मंजूरी मिल जाएगी। दरअसल, राज्यसभा में भाजपा का संख्याबल कमजोर है। ऐसे में विपक्ष और एनडीए में साथी अकाली दल के विरोध के बीच उसे गैर-एनडीए दलों से समर्थन मिलने की उम्मीद है। वीवी रेड्डी के बयान के बाद वाईएसआर कांग्रेस का समर्थन विधेयक के प्रति ही दिखाई दिया है।

नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) ने भी सदन की कार्यवाही में शामिल रहने के लिए अपने सभी सांसदों को व्हिप जारी किया है। माना जा रहा है बीजद विधेयक का समर्थन करेगी। अब सिर्फ तेलंगाना में शासन कर रही टीआरएस और तमिलनाडु में भाजपा की साथी एआईएडीएमके के रुख का इंतजार है।