Nitin Gadkari News: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि राजनीति में व्यक्ति को बड़ा दिल रखना चाहिए और मतभेद होने के बावजूद सभी विरोधियों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। वह सुरेश (बाबू) अग्रवाल के ‘अमृत महोत्सव’ सम्मान समारोह में बोल रहे थे। गडकरी ने उन्हें कॉलेज के दिनों से मित्र और राम मनोहर लोहिया की समाजवादी विचारधारा का अनुयायी बताया। मंत्री ने कहा कि अग्रवाल के समाजवादी होने के बावजूद उनके साथ कभी कोई मतभेद नहीं रहा, क्योंकि वह एक अलग विचारधारा के अनुयायी हैं।
नितिन गडकरी ने कहा, “मतभेद होने के बावजूद रिश्ते अच्छे, मजबूत और स्थायी होते हैं। यही भारतीय लोकतंत्र की विशेषता है। राजनीति में भी बड़ा दिल होना चाहिए और विरोधियों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए।” उन्होंने कहा कि मतभेद या राजनीतिक विचारधारा के कारण लोगों के साथ उनकी दोस्ती में कोई तनाव नहीं आता।
जॉर्ज फर्नांडिस की सराहना की
गडकरी ने पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस की उनके काम और सादगी के लिए सराहना की। उन्होंने बताया, “मेरे पास केरल के मुख्यमंत्री आए थे और केरल में सीपीएम का राज है। तो मेरे यहां पर एक पद्धति है कि अपना एजेंडा बताओ। मेरा ऑफिस पूछता है। एक बात उन्होंने कही कि मेरा कोई भी एजेंडा नहीं है। मैं नितिन गडकरी से मुलाकात करना चाहता हूं। मेरे ऑफिस ने बताया कि काम पूछने पर कहा कि वह आपसे मिलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली में जब आता हूं तो मेरे दिल में एक बात आती है कि आपसे पांच से 10 मिनट मिल लूं। वो सीपीएम के हैं और मेरी विचारधारा अलग है। विचारों में मतभेद होने के बावजूद भी रिलेशनशिप अच्छे होते हैं।”
साथ ही, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मैं बहुत ही ज्यादा भाग्यवान हूं कि राम मनोहर लोहिया को मानने वाले दो लोगों मेरे बहुत अच्छे दोस्त रहे। एक बाबू अग्रवाल और दूसरे अटल वाजपेयी हैं। पूरे संबोधन में गडकरी ने इस बात पर जोर दिया की राजनीति और विचारधारा के चलते लोगों को अपने निजी रिश्ते नहीं बिगाड़ने चाहिए।
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