यूपी में सरेआम कालाधान चल रहा है। ये बात खुद सीएम योगी ने एक साक्षात्कार में मानी। राम मंदिर जमीन विवाद पर उनका कहना था कि बहुत से लोग कालाधन जमीन की खरीद फरोख्त के लिए इस्तेमाल करते हैं। इसे जमीन घोटाला नहीं कहा जा सकता।
आजतक के साक्षात्कार में दरअसल उनसे राम मंदिर के ताजा जमीन घोटाले के लेकर सवाल पूछा गया था। उनका कहना था कि कलेक्ट्रेट रेट और बाजार भाव में काफी अंतर होता है। अक्सर लोग रजिस्ट्री तो डीसी रेट पर करा लेते हैं, लेकिन इसके अलावा की पेमेंट वो बैकडोर से करते हैं। यानि डीसी रेट पर जो रकम दी जाती है उसके अलावा जमीन कीखरीद फरोख्त में काला धन चलता है।
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— AajTak (@aajtak) July 4, 2021
योगी का कहना था कि राम मंदिर में जमीन के मामले में कोई घोटाला नहीं हुआ। विपक्ष लोगों को बरगला रहा है। जबकि असलियत ये है कि ट्रस्ट ने सही तरीके से काम किया। उनका कहना था कि यूपी सरकार बेहद संजीदगी से विकास काम कर रही है। योगी का दावा था कि 2022 में फिर से उनकी सरकार बनेगी।
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में मिली बंपर जीत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परिणाम 2022 के विधानसभा चुनाव के ट्रेंड को बता रहे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं को जीत की बधाई देते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव के आरोपों को भी खारिज किया और एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की उस चुनौती को भी स्वीकार किया जिसमें उन्होंने कहा है कि 2022 में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे।
इंटरव्यू में योगी आदित्यनाथ ने इसमें कोई शक नहीं है कि बीजेपी 2022 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी। केंद्रीय नेतृत्व ने 300 प्लस का लक्ष्य दिया है, जिसके कार्यकर्ता अपनी मेहनत और लगन से हासिल करेंगे।