भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद एवं गोरक्ष पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा के खिलाफ शाहजहांपुर में पत्रकार जगेंद्र की हत्या के आरोप की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकार के अधीन किसी भी जांच एजेंसी से इस मामले में न्याय नहीं मिल सकता।
आदित्यनाथ ने कल शाम चांडी गांव में एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में आये दिन पत्रकारों तथा अधिकारियों पर हो रहे हमले अराजकता का उदाहरण हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा एक पत्रकार को आग लगवाकर कर मार डालते हैं और एक अन्य राज्यमंत्री कैलाश चौरसिया एक परिवहन अधिकारी को मारते-पीटते हैं। जब मंत्री ही गुंडागर्दी और अराजकता फैलाएंगे तो कानून-व्यवस्था ध्वस्त होना स्वाभाविक है।
उन्होंने पत्रकार जगेंद्र को कथित रूप से जलाकर मार डालने के मामले की सीबीआई जांच की मांग की और कहा, यह मांग इसलिये की जा रही है क्योंकि प्रदेश सरकार के अधिकार क्षेत्र में आने वाली कोई भी जांच एजेंसी राज्यमंत्री से जुड़ा मामला होने की वजह से पत्रकार के पीड़ित परिवार को इंसाफ नहीं दिला सकेगी।
गोरक्ष पीठाधीश्वर ने सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) और मुख्य विपक्षी बहुजन समाज पार्टी को ‘राहु और केतु’ की संज्ञा देते हुए दावा किया कि वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में दोनों दलों का सफाया हो जाएगा।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की उपलब्धियों का बखान करते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि जिस तरह म्यामां में भारतीय सेना ने कार्रवाई की है, उसी तरह देर-सवेर पाकिस्तान में भी भारतीय सेना कार्रवाई करेगी और वहां चल रहे आतंकवाद प्रशिक्षण शिविरों को नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा।