Yogi Adityanath vs Mallikarjun Kharge: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आतंकवादी वाला बयान दिया था। इस बयान पर अब सीएम योगी ने पलटवार किया है। योगी आदित्यनाथ ने अमरावती में एक चुनावी रैली के दौरान कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़़गे को उन पर नहीं बल्कि हैदराबाद के निजाम पर गुस्सा करना चाहिए, जिसने उनका गांव जला दिया था और उनके परिजनों को भी आग के हवाले करके मार दिया था।
दरअसल, अमरावती में सीएम योगी ने एक जनसभा के दौरान कहा कि बीते तीन दिनों से मैं खड़गे जी की टिप्पणियां सुन रहा हूं। मैं योगी हूं और मेरे लिए राष्ट्र सबसे पहले आता है जबकि कांग्रेस के लिए पहली प्राथमिकता कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पर रैली के दौरान जमकर हमला बोला।

सीएम योगी ने बताया कि खड़गे क्यों नहीं करते निजाम को याद
बीजेपी के फायरब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया और कहा कि वह अब गुजरी हुई चीजे पूरी तरह से भूल ही चुके हैं। सीएम योगी ने कहा कि खड़गे के पैतृक गांव में जब आगजनी हुई तो उसमें उनकी मां, बहन और आंटी की मौत हो गई लेकिन खड़गे वो सच कभी नहीं बताते हैं क्योंकि वो ये जानते हैं कि अगर निजाम को दोष देंगे तो कांग्रेस पार्टी का मुस्लिम वोट ही खिसक जाएगा।
योगी आदित्यनाथ पर भड़क गए थे खड़गे
योगी बोले- वोट बैंक के लिए भूल गए परिवार पर हुए अत्याचार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मल्लिकार्जुन खड़गे पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि वोट बैंक के लिए तो वह अपने परिवार पर हुए अत्याचार को भी भूल गए हैं, उन्होंने कहा कि आज वे मुझ पर भी इस तरह के हमले कर रहे हैं, लेकिन वोट बैंक के लिए अपनी फैमिली पर हुए अत्याचार भूल गए हैं।
फिर दोहराया ‘बंटेंगे तो कटेंगे का नारा’
सीएम योगी ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे को मुझ पर नहीं बल्कि हैदराबाद के उस निजाम पर गुस्सा करना चाहिए। सीएम योगी ने एक बार फिर अपने बंटेंगे तो कटेंगे वाले नारे को दोहराया। उन्होंने कहा कि हम जब भी बंटेंगे तो गणपति पूजा पर हमला होगा, लैंड जिहाद होगा और हमारे बंटने पर हमारी ही जमीनें छीन ली जाएंगी। हमारी बेटियों की सुरक्षा पर भी खतरा होगा।
योगी के लिए क्या-क्या बोले थे मल्लिकार्जुन खड़गे?
बता दें कि सीएम योगी का नाम लिए बिना कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक कार्यक्रम के दौरान उन पर हमला बोला था और कहा था कि नेता साधु के वेश में रहते हैं और अब राजनेता बन गए हैं। मुख्यमंत्री भी बन गए हैं। वे ‘गेरुआ’ कपड़े पहनते हैं और उनके सिर पर बाल नहीं हैं। मैं बीजेपी से कहूंगा कि या तो सफेद कपड़े पहनें।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि यदि आप संन्यासी हैं और ‘गेरुआ’ कपड़े पहनते हैं तो राजनीति से बाहर हो जाएं। एक तरफ आप ‘गेरुआ’ कपड़े पहनते हैं और दूसरी तरफ आप कहते हैं ‘बटोगे तो कटोगे’। वे लोगों के बीच नफरत फैला रहे हैं और उन्हें बांटने की कोशिश कर रहे हैं।