ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए श्याओमी टेक्नोलॉजी इंडिया, सीएफओ समीर राव, पूर्व एमडी मनु जैन को नोटिस भेज दिया है। इसके साथ तीन बैंक CITI Bank, HSBC Bank और Deutsche Bank को भी कारण बताओ नोटिस गया है। फेमा उल्लंघन मामले में ये ईडी द्वारा ये बड़ी कार्रवाई की गई है। अभी तक कंपनी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, बैंकों की तरफ से भी जवाब नहीं आया है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के लिए बता दें कि श्याओमी इंडिया ने साल 2014 में भारत में अपना कारोबार सेट किया था। चीन की बड़ी मोबाइल कंपनी मानी जाने वाली श्याओमी का पिछले कुछ सालों में काफी विस्तार हो चुका है। बड़ी बात ये रही कि भारत में काम करते समय ये अपनी पेरेंट कंपनी को लगातार पैसे भेजती रही। इसी वजह से विदेशी कंपनियों के पास अब तक 5,551.27 करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं।
इसी मामले में फेमा की धारा 10(4) और 10(5) के तहत तीन बैंकों को भी ईडी का कारण बताओं नोटिस गया है। जोर देकर कहा गया है कि इन बैंकों ने नियमों का उल्लंघन किया है। बताया जा रहा है कि विदेशी मुद्रा को लेकर जो भी नियम रहते हैं, श्याओमी को लेकर ढील दी गई, ठीक तरह से जांच पड़ताल नहीं की गई।
पहले भी जांच के दायरे में रहीं चीनी कंपनियां
अब ये कोई पहली बार नहीं है जब किसी चीनी कंपनी को भारत में ईडी का नोटिस गया हो। इससे पहले भी व्यापार से जुड़े मुद्दों को लेकर ही कई चीनी कंपनियों के खिलाफ जांच एजेंसी कार्रवाई कर चुकी हैं। एक बार जब आरोप तय हो जाते हैं, तो सीधे-सीधे कंपनियों को जुर्माने की राशि देनी पड़ती है। अब इस मामले में क्या होता है, इसका इंतजार करना होगा।