एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान देने के मामले को तूल पकड़ता भारतीय जनता पार्टी ने अपनी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को रविवार (5 जून 2022) को निलंबित कर दिया था। वहीं एक टीवी डिबेट के दौरान जब एक पैनलिस्ट नूपुर शर्मा के बचाव में उतरीं तो लेखिका शुभ्रास्था और कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक के बीच ज़ोरदार बहस हुई।

डिबेट के दौरान एंकर ने सवाल उठाया कि क्या भारत के अंदर जब भी कोई कार्यवाई होती है तो उसमें धर्म देख लिया जाता है। इस सवाल के जवाब में लेखिका शुभ्रास्था ने कहा कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि भारत में विपक्ष खासकर वो लोग जो किसी एक समुदाय विशेष को तुष्ट करना चाहते हैं उन्होंने वैश्विक परिवेश के बहस को नहीं देखा हैं।

इसमें किसी धर्म का अपमान नहीं: शुभ्रास्था ने आगे कहा कि सितंबर 11 के बाद यूएस में जिस तरह से इस्लामिक कट्टरपन पर स्वस्थ बहस हुई उसे उन्होंने देखा ही नहीं। ऐसी स्वस्थ बहस का आधार भारत में हम देख भी नहीं सकते। उन्होंने कहा, “मैं किसी का पक्ष नहीं ले रही लेकिन, किसी किताब या धार्मिक ग्रंथ में कुछ लिखा है और उस पर हम खुली टिप्पणी नहीं कर सकते, बहस नहीं कर सकते तो हमारा लोकतंत्र होना बेकार है। और इसमें किसी धर्म का अपमान नहीं है।”

शुभ्रास्था की बात पर जवाब देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने कहा, “जैसा शुभ्रास्था ने कहा कि किसी धार्मिक ग्रंथ के तर्कों पर सवाल नहीं उठाया जा सकता, तो ये प्रश्न सबसे पहले अमित शाह और प्रधान सेवक से पूछना चाहिए। उन्होंने ही नूपुर शर्मा के बयान से पल्ला झाड़ा।” रागिनी नायक ने आगे कहा, “या तो मोदी-अमित शाह सही हैं या फिर नूपुर शर्मा, अब ये शुभ्रास्था और बीजेपी आपस में फैसला कर लें।”

नूपुर शर्मा ने मांगी माफी: पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान देने के मामले में भारतीय जनता पार्टी से निलंबित होने के बाद नूपुर शर्मा ने रविवार (5 जून) को अपनी टिप्णणी को लेकर माफी मांगी थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं अपने शब्द वापस लेती हूं। मेरी मंशा किसी को ठेस पहुंचाने की नहीं थी, अगर मेरे शब्दों से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।