Wrestlers Protest: कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ तमाम दल खुलकर सामने आने लगे हैं। किसान, खाफ पंचायत के नेता और डीटीसी कर्मचारी संघ ने जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। रविवार को जंतर-मंतर पर 500 से अधिक लोग जमा हुए थे। बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। हालांकि इन सभी आरोपों को बृजभूषण शरण सिंह ने सिरे से खारिज कर दिया है।

21 तक बृजभूषण शरण सिंह को करें गिरफ्तार: राकेश टिकैत

रविवार को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM), भारतीय किसान यूनियन (BKU) और अन्य खापों ने दिन में एक बैठक के बाद केंद्र सरकार को WFI चीफ बृजभूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करने की चेतावनी दी। किसानों ने कहा कि सरकार बृजभूषण शरण सिंह को 21 मई तक गिरफ्तार करे। अन्यथा वे जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे।

ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट के साथ किसान नेता राकेश टिकैत ने मीडिया को संबोधित किया। राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा, ‘सरकार WFI चीफ को 21 मई तक गिरफ्तार करे और हमारी बेटियों को न्याय दे। यह बहुत मसला है। इस पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए।’

उन्होंने कहा, “किसान संघ और खाप पंचायत के नेता 21 मई को फिर से बैठक करेंगे और तय करेंगे कि आगे क्या किया जाना चाहिए। तब तक हमारी बेटियों को सहारा देने के लिए एक खाप रोज जंतर-मंतर पर आएगी। अगर हमारी बेटियों को कुछ होता है तो पूरा देश उनका समर्थन करने के लिए यहां इकट्ठा होगा।”

इस धरना-प्रदर्शन को किसी ने हाईजैक नहीं किया: विनेश फोगाट

विनेश फोगाट ने कहा, “पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की है, लेकिन धारा 164 के तहत बयान दर्ज नहीं किया गया है। हमारी मांगे नहीं मानी गई तो 21 मई को फैसला लिया जाएगा। इस विरोध को किसी ने हाईजैक नहीं किया है। हम उन सभी लोगों का धन्यवाद करते हैं कि जो इस लड़ाई में मेरे साथ हैं।”

संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि 11 मई से 18 मई तक राज्यों की राजधानियों, जिला मुख्यालयों पर राष्ट्रव्यापी आंदोलन आयोजित किया जाएगा। इस दौरान बृजभूषण शरण सिंह और उनके समर्थकों के पुतले फूंके जाएंगे।

16 किसान संघ धरना स्थल पर पहुंचे

संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और अन्य राज्यों के लगभग 16 किसान संघ धरना स्थल पर थे। इसके अलावा, विरोध को अखिल भारतीय लोकतांत्रिक महिला संघ (AIDWA), नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन वुमन (NFIW), दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (DTC) वर्कर्स यूनियन और राज बब्बर जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का भी समर्थन मिला। प्रदर्शनकारियों ने मामले पर कथित रूप से चुप रहने के लिए प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री के खिलाफ नारे भी लगाए।

रविवार को किसान, खाप नेताओं की महापंचायत से पहले सिंघु, टिकरी और गाजीपुर सहित सभी सीमाओं पर और प्रमुख बिंदुओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। दिल्ली पुलिस के अलावा, CISF और CRPF के कर्मी प्रदर्शनकारियों को विरोध स्थल में प्रवेश करने से पहले उनकी जांच करने के लिए मैदान में थे।