नागालैंड में जेडीयू के विधायक ने एनडीए सरकार का समर्थन किया है। इसके बाद जेडीयू की केंद्रीय यूनिट ने वहां की ईकाई को निलंबित कर दिया है। इस मसले पर गुरुवार को नॉर्थ ईस्ट के सबसे बड़े नेताओं में शुमार नीतीश कुमार से जब मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर में चुनाव लड़ने वाले सभी राजनीतिक दलों को यह समझना चाहिए कि उन्हें अंतत: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का समर्थन करना ही होगा।
उनसे मीडिया ने जब यह सवाल किया कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार की एनडीएम मे वापसी को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को लेकर, आप किसी चीज की गारंटी नहीं दे सकते हैं, इसलिए मैं उनके बारें में अभी कुछ भी प्रतिक्रिया नहीं दूंगा। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के ‘सबसे बड़े नेता’ हैं और इस क्षेत्र में हर कोई उनका समर्थन करता है।
नगालैंड में जनता दल (यू) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) द्वारा एनडीपीपी-भाजपा गठबंधन को समर्थन देने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने के लिए पूर्वोत्तर आने वाले सभी दलों को पहले यह समझ लेना चाहिए कि उन्हें धारा के साथ ही चलना होगा।
उन्होंने कहा, “पूर्वोत्तर में प्रवेश करने से पहले सभी दलों का यह समझ लेना चाहिए कि जल अंतत: समुद्र में ही मिलता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कद सबसे बड़ा है और सभी उन्हें पसंद करते हैं।” सरमा पूर्वोत्तर जनतांत्रिक गठबंधन (एनईडीए) के संयोजक भी हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ब्रिटेन दौरे के दौरान पिछले दिनों उनकी टिप्पणियों को लेकर हुए विवादों के लिए सरमा ने उन्हें आड़े हाथों लिया और दावा किया कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि ‘‘भारत में उनकी कोई नहीं सुनता’’। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी जानते हैं कि भारत में उन्हें कोई नहीं सुनेगा। इसलिए उन्होंने भारत विरोधी कुछ लोगों को लंदन में जमा किया और उनके समक्ष बोला।’’ असम के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘देश के बाहर भाषण देकर पहली बार गांधी ने कुछ बुद्धि का प्रदर्शन किया। इसके लिए हमें उन्हें श्रेय देना चाहिए।’’