महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बन गए हैं। अजित पवार और एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम बनाया गया है। अब सभी की नज़रें कैबिनेट विस्तार पर है। यानी किसे कौन सा प्रभार मिलने वाला है? महाराष्ट्र की नई सरकार में गृह मंत्रालय किसे मिलेगा? इस सवाल पर चर्चा सबसे ज़्यादा हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी के एक नेता ने कहा है कि कैबिनेट विस्तार 14 दिसंबर को हो सकता है। इन सभी चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम अजित पवार दिल्ली दौरे पर हैं। सीएम आज पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात भी कर सकते हैं।
गृह मंत्रालय किसे मिलेगा?
महाराष्ट्र में सरकार के गठन के बाद ‘महायुति’ के सहयोगियों के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर गहन विचार-विमर्श जारी है। चर्चा सबसे ज़्यादा इस बात पर है कि एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना को गृह मंत्रालय मिलेगा या नहीं? पहले देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल का विस्तार 11 या 12 दिसंबर को होने की संभावना थी लेकिन अब 14 दिसंबर को ऐसा हो सकता है। पीटीआई भाषा के मुताबिक सूत्रों ने शनिवार को संकेत दिया कि फडणवीस के मुख्यमंत्री पद पर बने रहने तथा एकनाथ शिंदे और अजित पवार के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ अब ध्यान नये मंत्रिमंडल के गठन पर केंद्रित हो गया है, जो कि काफी मुश्किल होने वाला है।
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क्या BJP गृह मंत्रालय पर मान जाएगी?
महाराष्ट्र में चर्चा यह है कि गृह विभाग के लिए शिवसेना के एकनाथ शिंदे ज़ोर दे रही है, लेकिन BJP इसके आगे झुकने को तैयार नहीं है। भाजपा ने उन्हें राजस्व, शहरी विकास और लोक निर्माण विभाग में से चुनने का विकल्प दिया है। भाजपा ने पहले ही उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार को वित्त और योजना विभाग देने का वादा किया है।
भाजपा के सूत्रों ने बताया कि वह अपने गठबंधन सहयोगी शिवसेना को स्पष्ट कर चुके हैं कि वह गृह मंत्रालय नहीं दे सकते। 5 दिसंबर को भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में मुंबई के आजाद मैदान में शिंदे और पवार के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।