महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव होने वाले हैं। महायुति में भी सीटों को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। इस बीच एनसीपी विधायक सना मलिक ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी 15 जनवरी को होने वाला बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) का चुनाव स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने के लिए तैयार है, लेकिन इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय महाराष्ट्र के उपमख्यमंत्री अजित पवार लेंगे।

बीजेपी का क्या है रुख?

महायुति में भाजपा और शिवसेना भी शामिल हैं। हालांकि भाजपा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जब तक पूर्व मंत्री नवाब मलिक चुनावों के लिए पार्टी की चुनाव प्रबंधन समिति के प्रमुख बने रहेंगे, तब तक वह बीएमसी के चुनावों के लिए एनसीपी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। एनसीपी नेता नवाब मलिक की बेटी सना मलिक ने पत्रकारों से कहा कि उनकी पार्टी के पास दो विकल्प हैं – बीएमसी के लिए अकेले चुनाव लड़ना या महायुति सहयोगियों (भाजपा और शिवसेना) के साथ गठबंधन करना।

एनसीपी विधायक का बड़ा बयान

सना मलिक ने जोर देकर कहा कि एनसीपी 227 सदस्यीय बीएमसी चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ने के लिए तैयार है, लेकिन इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय अजित पवार लेंगे। सना मलिक ने कहा, “महायुति के सहयोगियों ने हमसे सीधे संपर्क नहीं किया है, लेकिन हमें पता चला है कि वे मुंबई चुनाव प्रबंधन में मेरे पिता नवाब मलिक की भागीदारी का विरोध कर रहे हैं। मेरे पिता मुंबई चुनावों के लिए एनसीपी चुनाव प्रबंधन समिति के प्रमुख हैं, लेकिन पार्टी में अन्य नेता भी हैं जो राजनीतिक निर्णय लेते हैं।”

‘अगर अमिताभ बॉलीवुड के बिग बी हैं, तो फड़नवीस विधानसभा के बिग डी हैं’, एकनाथ शिंदे ने की मुख्यमंत्री की तारीफ

बता दें कि कुछ दिन पहले ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने निकाय चुनाव को लेकर कहा था कि भाजपा और शिवसेना आगामी नगर निकाय चुनावों में अधिकतर स्थानों पर एक साथ चुनाव लड़ेंगे और एनसीपी सहित ‘महायुति’ के सहयोगी दलों के साथ अधिकतर स्थानों पर सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा था कि पुणे और पिंपरी-चिंचवड नगर निगमों में भाजपा और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के बीच दोस्ताना मुकाबला होगा।

देवेंद्र फड़नवीस ने कहा था कि पुणे में गठबंधन की संभावना नहीं है, जहां भाजपा और अजित पवार की एनसीपी प्रमुख दल हैं। देवेंद्र फड़नवीस ने आगे कहा था कि पुणे और पड़ोसी पिंपरी चिंचवड में भाजपा और एनसीपी के बीच दोस्ताना मुकाबला देखने को मिलेगा।