Sidhu Moosewala Murder: पंजाब की सियासत पर इन दिनों पूरे देश की नजर है। अमृतपाल प्रकरण के बाद अब कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू भी जेल से बाहर आ चुके हैं। नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) जेल से बाहर आने के बाद सबसे पहले दिवगंत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के परिवार से मिलने के लिए उनके गांव मूसा पहुंचे।
नवजोत सिंह सिद्धू से पहले कई और नेता भी मूसेवाला के परिवार से मिलने के लिए उनके गांव पहुंच चुके हैं। माना जा रहा है मुसेवाला का घर पंजाब के उन नेताओं के लिए एक पड़ाव बन गया है जो आम आदमी पार्टी को बैकफुट पर ढकलेना चाहते हैं। नवजोत सिंह सिद्धू 1 अप्रैल की शाम जेल से बाहर आने के बाद 3 अप्रैल को मूसेवाला के परिवार से मिले थे। सिद्धू मूसेवाला की हत्या पिछले साल 29 मई को हुई थी, उस समय नवजोत सिंह सिद्धू जेल में थे।
इससे पहले दिसंबर 2022 में अमेरिका में छह महीने बिताने के बाद भारत लौटे सूबे के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) पंजाब पहुंचते ही सिद्धू मूसेवाला के घर गए। वहां उन्होंने एक रात भी गुजारी। पंजाब के लोगों को इस मुलाकात की जानकारी देने के लिए चन्नी ने फेसबुक पर तस्वीरें भी शेयर की थीं। हालांकि ये बात और हैं कि अपनी यूएस यात्रा के दौरान मूसेवाला की हत्या पर उन्होंने शायह ही कोई बात कही हो।
चन्नी द्वारा मूसेवाला के घर जाने के बाद मनसा पुलिस ने उन्हें एक प्रचार से जुड़े एक मामले में सम्मन भी भेजा था। इस मामले में मूसेवाला भी उनके साथ आरोपी थे। इसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी ने दावा किया कि प्रशासन उन्हें मूसेवाला के परिवार से दूर रखना चाहता था। चन्नी ने यह भी दावा किया कि पुलिस ने उन्हें पहले ही चेताया मूसेवाला के परिवार से न मिलने के लिए चेताया था। इसके बाद उनके खिलाफ पुराना मामला खोला गया। बाद में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह और चरणजीत सिंह चन्नी राहुल गांधी के साथ नजर आए।
मूसेवाला के परिवार से मुलाकात के दौरान, नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने और दिवगंत गायक के बीच में तुलना करते हुए कहा कि जेल से बाहर आते ही उनकी सुरक्षा घटा दी गई। पहले उन्हें Z कैटेगरी की सुरक्षा मिलती थी, जो घटाकर Y कैटेगरी कर दी गई। उन्होंने कहा कि इसी तरह से मूसेवाला की सुरक्षा भी कम की गई थी।
आम आदमी पार्टी से निकाले गए मिनिस्टर विजय सिंग्ला भी मूसेवाला के घर हाजिरी लगा चुके हैं। विजय सिंग्ला ने पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान सिद्धू मूसेवाला को चुनाव में हराया था। उन्हें बाद में आम आदमी पार्टी ने भ्रष्टाचार के आरोपों के चलने पार्टी से निकाल दिया। वह जेल से बाहर आने के चार दिन बाद मूसेवाला के परिवार से मिलने पहुंचे थे। माना जाता है कि विजय सिंगला मूसेवाला के घर अपनी सियासी तस्वीर को बदलने के लिए गए थे।
सियासी नेताओं के अलावा खालिस्तान समर्थक भगोड़ा अमृतपाल सिंह भी मूसेवाला के परिवार से मिलने की इच्छा जाहिर कर चुका है। उसके अलावा संगरूर के सांसद और खालिस्तान समर्थक सिमरनजीत सिंह मान भी मूसेवाला के परिवार से मिलने के लिए उनके घर जा चुके हैं। इतना ही नहीं, मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह पहले ही यह ऐलान कर चुके हैं कि वह जलंधर लोकसभा उपचुनाव में सड़कों पर उतरेंगे और मूसेवाला की हत्या मामले में हो रही लचर जांच का मसला लोगों के बीच उठाएंगे।
मूसेवाला गांव के एक व्यक्ति जो खुद को दिवगंत गायक का बड़ा फैन बताता है, इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहना है कि संगरूर लोकसभा उप चुनाव में आम आमदी पार्टी की हार की वजह मूसेवाला का मर्डर है। यह हत्या चुनाव से कुछ दिन पहले ही हुई थी। गांव के इस व्यक्ति का यह भी कहना है कि जलंधर उपचुनाव में भी लॉ एंड ऑर्डर एक बड़ा मुद्दा बनने जा रहा है। इसी वजह से अभी तक नेताओं की लंबी लाइन मूसा गांव में देखी जा सकती है।