लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दल अलग-अलग तरह की तैयारियों में जुट गए हैं। जहां एक तरफ बीजेपी अपने राष्ट्रीय पदाधिकारियों की मैराथन बैठक कर रही है वहीं कांग्रेस ने भी शनिवार को संगठन में बड़े बदलाव किए हैं। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद पार्टी की लंबी बैठकों का हिस्सा बन रहे हैं वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को बैठक समाप्त होने तक मौजूद रहे। इस बैठक में जोर इस बात पर था कि जब लोकसभा चुनावों के लिए प्रचार अभियान शुरू हो और पार्टी लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने के लिए मोदी की लोकप्रियता के आधार पर वोट मांगे तो पार्टी का अहम मुद्दा और एक लाइन ‘मोदी की गारंटी’ होगी।

‘मोदी की गारंटी’ के नाम पर लड़ा जाएगा चुनाव

अगर हम नजर डालेंगे बीते दिनों हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा के प्रचार पर तो समझ आएगा कि पार्टी ने पूरी तरह ‘मोदी की गारंटी’ के मुद्दे को सामने रखा था। उदाहरण के लिए छत्तीसगढ़ के घोषणापत्र पर अगर नजर डालें तो बीजेपी ने टॉप 20 वादों में मोदी गारंटी को प्रमुख तौर पर सामने रखा था। मोदी की गारंटी में विवाहित महिलाओं के लिए सालाना 12,000 रुपये, सरकारी नौकरियों में खाली पड़े पदों को भरना, गरीबों के लिए आवास योजना का लाभ और मुफ्त स्वास्थ्य सेवा। ऐसे कई वादों को मोदी गारंटी के तहत रखा गया था। ऐसा ही कुछ राजस्थान और मध्यप्रदेश चुनावों के लिए भी किया गया था।

तीन बड़े राज्यों में जीत का क्रेडिट : मोदी गारंटी

मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत के बाद भाजपा ने अपनी सफलताओं का श्रेय मोदी गारंटी को दिया है। इसे आगे बढ़ाते हुए पार्टी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा निकाल रही है। इसे लेकर पीएम मोदी ने बयान देते हुए कहा था, “जहां पर दूसरों से उम्मीद कम हो जाती है, वहीं से मोदी की गारंटी शुरू हो जाती है। और इसलिए ही मोदी की गारंटी वाली गाड़ी की धूम मची है।

क्यों मोदी गारंटी को सामने रख रही बीजेपी?

अब सवाल यह भी है कि बीजेपी ने ‘गारंटी’ शब्द का उपयोग इतना जोर-शोर से शुरू क्यों किया है? माना जाता है कि यह कांग्रेस की लाइन का काट है, जहां खासतौर पर राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनाव के दौरान ‘गारंटी’ को आगे रखा और अपने हर वादे के साथ जोड़ा वहीं कांग्रेस ने हिमाचल, तेलंगाना, कर्नाटक में इस तरह के कई वादे किए और गारंटी देने की बात कही। कांग्रेस को इसका काफी फायदा भी हासिल हुआ।