K Kavitha News: दिल्ली की नई शराब नीति से जुड़े मामले में बीआरएस की एमएलसी के. कविता से ईडी दूसरे दौर की बातचीत कर रही है। इससे पहले 11 मार्च को ईडी ने करीब 9 घंटों तक के. कविता से पूछताछ की थी। के. कविता से पहली बार पूछताछ दिल्ली की नई शराब नीति से जुड़े मामले में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद हुई थी।

ईडी द्वारा दूसरी बार पूछताछ के लिए के कविता रविवार को ही दिल्ली पहुंच गई थीं। बेगमपेट से उनके साथ उनके पति अनिल, राज्य सरकार में आईटी मंत्री और उनके भाई केटी रामा राव और कई सांसद भी उनके साथ दिल्ली पहुंचे हैं।

आइए आपको बताते हैं के कविता को ईडी द्वारा दिए गए समन से जुड़ी बातें।

  1. 11 मार्च को के. कविता से ईडी ने करीब 9 घंटे तक पूछताछ की थी। इससे पहले उन्हें 9 मार्च को बुलाया गया था लेकिन उन्होंने उस दिन पूछताछ के लिए हाजिर होने में असमर्थता जताई थी। ईडी ने उन पर दक्षिण के उस समूह का हिस्सा होने का आरोप लगाया है जिसमें हैदराबाद स्थित व्यवसायी अभिषेक बोइनापल्ली, अरुण पिल्लई और अन्य सियासी नेता शामिल हैं। इन लोगों पर कथित तौर पर AAP को ₹100 करोड़ भेजने का आरोप है।
  2. के कविता तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी हैं। विधान परिषद की सदस्य (MLC) के. कविता (44) को 11 मार्च को पूछताछ के बाद 16 मार्च को फिर से तलब किया गया था लेकिन वह मामले में ईडी की कार्रवाई के खिलाफ राहत दिए जाने की अपनी लंबित याचिका का हवाला देते हुए पेश नहीं हुई थी। इसके बाद ED ने उनके दावों के खारिज कर दिया था और उन्हें 20 मार्च को पेश होने के लिए कहा था।
  3. 11 मार्च को पूछे गए कौन से सवाल- ऐसी जानकारी है कि 11 मार्च को ED के कार्यालय में करीब 9 घंटे तक पूछताछ के दौरान कविता से हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई के बयानों को लेकर सवाल-जवाब किए गए। कविता के कथित करीबी समझे जाने वाले पिल्लई को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। BRS नेता के बयान को धन शोधन रोकथाम कानून (PMLA) के तहत दर्ज किया गया था।
  4. कविता बोलीं- BJP कर रही ईडी का गलत इस्तेमाल – ईडी द्वारा पूछताछ को लेकर मीडिया से बातचीत में कविता ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ED का गलत इस्तेमाल कर रही है।
  5. क्या है ED की आशंका- ईडी ने दावा किया कि हैदराबाद के कारोबारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई पिल्लई भारत राष्ट्र समिति के कविता का करीबी है। ED का आरोप है कि गिरोह ने अब रद्द हो चुकी दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के तहत राष्ट्रीय राजधानी के शराब बाजार के बड़े हिस्से पर कब्जा करने के एवज में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) को 100 करोड़ रुपये दिए थे।