कांग्रेस नेता राहुल गांधी संसद से अयोग्य घोषित होने के बाद पहली बार बुधवार को संसद पहुंचे। कांग्रेस नेता ने संसदीय कार्यालय में लगभग 20 मिनट बिताए और शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत और नेताओं से मुलाकात की। कुछ देर बाद कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ दोपहर के भोजन के लिए रवाना हुए।
राहुल गांधी ने इस दौरान मीडिया से बात नहीं की। कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल और अधीर रंजन चौधरी भी पार्टी के संसदीय कार्यालय में मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी सीपीपी कार्यालय में लोकसभा और राज्यसभा के कांग्रेस सांसदों की बैठक में शामिल होंगे।
संजय राउत से मुलाकात
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने इस दौरान राहुल गांधी से सावरकर के मुद्दे को लेकर बातचीत की। उन्होने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “यह मुद्दा हमारे लिए खत्म हो गया है… मामला सुलझा लिया गया है। संजय राउत ने इस मामले को लेकर कहा, “हमने दो दिन पहले सावरकर पर अपनी चिंताओं को उठाया था। हम मल्लिकार्जुन खड़गे के घर बैठक में शामिल नहीं हुए। लेकिन महाराष्ट्र के साथ-साथ देश में भी विपक्षी एकता है और रहेगी। हमने जो चिंता जाहिर की थी, उसका परिणाम हमें मिल गया है। हम आज विपक्ष की बैठक में भाग लेंगे और संसद में विरोध प्रदर्शन में भी भाग लेंगे।
निचली अदालत के फैसले के खिलाफ तैयार है याचिका
सूत्रों के मुताबिक मानहानि के मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सूरत की निचली अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने और सजा सुनाए जाने को चुनौती देने वाली एक याचिका तैयार है और इसे बहुत जल्द दाखिल किए जाने की संभावना है। पार्टी के शीर्ष कानूनी सलाहकार समीक्षा याचिका पर काम कर रहे हैं, जिसे एक या दो दिन में सूरत सत्र अदालत में दायर किया जाएगा। गांधी को मोदी सरनेम पर उनकी टिप्पणी के लिए 2019 के मानहानि मामले में दोषी ठहराया गया था और दो साल की सजा दी गई थी, जिसके बाद उन्हें लोकसभा के सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था।