कांग्रेस पार्टी ने अपने स्थापना दिवस के मौके पर नागपुर में रैली का आयोजन किया। इस रैली में बोलते हुए कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने बीजेपी और मोदी सरकार पर जमकर प्रहार किया। रैली में उन्होंने कहा कि देश में इस समय दो विचारधाराओं की लड़ाई चल रही है। उन्होंने कहा कि सियासी और सत्ता के लिए लड़ाई के साथ-साथ विचारधाराओं की लड़ाई है।
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी में राजाओं की तरह ऊपर से आदेश आता है, जिसका पालन करना होता है। इस दौरान राहुल गांधी ने एक घटना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, “कुछ दिन पहले एक बीजेपी का सांसद मुझे लोकसभा में मिला, बहुत सारे बीजेपी के सासंद पहले कांग्रेस में हुआ करते थे, ये भी कांग्रेस पार्टी में था…. छुप के मिला मुझसे… मुझे दूर से देखा… छुप के डर से… कहता है- राहुल जी आपसे बात करनी है… मैंने कहा- भाई क्या बात करनी है, तुम तो बीजेपी में हो, फिर उसे चेहरे पर टेंशन दिखाई दे रही थी।”
राहुल गांधी ने आगे कहा, “मैंने पूछा- सब कुछ ठीक है क्या? मैंने सोचा शायद घर में कोई बीमार हो, कोई दुर्घटना हो गई हो, मैंने पूछा सब कुछ ठीक है तो कहता है- नहीं; राहुल जी, बीजेपी में रहकर सहा नहीं जाता… मैं हूं बीजेपी में मगर दिल मेरा कांग्रेस में है… मैंने कहा- भाई, दिल तेरा कांग्रेस में है, शरीर बीजेपी में… मतलब दिल शरीर को कांग्रेस में लाने से डर रहा है, यही हो सकता है।”
‘हमारा छोटा कार्यकर्ता भी नेता को टोक सकता है’
उन्होंने आगे कहा, “मैंने कहा- मन क्यों नहीं लगता वहां, आप सांसद हो, आप मुझे हिंट दे रहे हो, मन क्यों नहीं लगता…कहता है राहुल जी, बीजेपी में गुलामी चलती है, जो ऊपर कहा जाता है…वो बिना सोचे समझे करना पड़ता है… हमारी कोई सुनता नहीं है, ऊपर से ऑर्डर आता है… जैसे पहले राजा ऑर्डर देते थे, ऊपर से ऑर्डर आता है और उसका पालन करना पड़ता है चाहे अच्छा लगे या न लगे चॉइस नहीं होती… उनकी विचारधारा राजाओं की विचारधारा है, किसी की सुननी नहीं, ऑर्डर ऊपर से आएगा, आपको ऑर्डर का पालन करना पड़ेगा.. कांग्रेस पार्टी में आवाज नीचे से आती है…हमारा छोटा से छोटा कार्यकर्ता हमारे किसी भी नेता को टोक सकता है… “
नागपुर रैली में राहुल गांधी ने और क्या कहा? जानिए बड़ी बातें
- उन्होंने कहा कि BJP के विपरीत, कांग्रेस का एक छोटा कार्यकर्ता भी पार्टी के शीर्ष नेताओं पर सवाल उठा सकता है और उनसे असहमत हो सकता है।
- राहुल गांधी ने कहा कि कुलपतियों की नियुक्ति योग्यता के आधार पर नहीं, बल्कि इसलिए की जाती है क्योंकि वे एक विशेष संगठन से संबंधित होते हैं।
- उन्होंने कहा कि बेरोजगारी पिछले 40 वर्ष में अब सबसे अधिक है।
- पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने नागपुर रैली में ऐलान किया कि उनकी पार्टी केंद्र की सत्ता में आने के बाद जाति आधारित गणना कराएगी।