भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता के चुनाव के लिए केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया और पार्टी के महासचिव विनोद तावड़े को केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया है। भाजपा के मुख्य प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी ने बताया कि दोनों केंद्रीय नेता राज्य विधानसभा में पार्टी के नेता के चुनाव के लिए आने वाले कुछ दिनों में कर्नाटक जाएंगे।
राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से मिली शिकस्त के बाद अभी तक भाजपा ने विधानसभा में अपने नेता का चयन नहीं किया है। पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई विपक्ष के नेता पद के प्रमुख दावेदारों में से एक हैं। भाजपा यह तय करने पर मंथन कर रही है कि उसे राज्य में जातिगत समीकरण के साथ संतुलन बैठाते हुए अनुभवी नेताओं पर भरोसा करना चाहिए या किसी नए नेता को कमान देनी चाहिए।
बिना नेता प्रतिपक्ष के विधानसभा में भाग लेगी भाजपा
कर्नाटक में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक दल के नेता के बिना आज से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में भाग लेगी। विपक्ष के नेता की नियुक्ति के संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा से चर्चा के बाद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने सोमवार को कर्नाटक में दो पर्यवेक्षकों को भेजने का फैसला किया है।
मई में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 135 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की जबकि भाजपा ने 66 और जनता दल (सेक्यूलर) ने 19 सीटें जीती थी। येदियुरप्पा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के साथ एक बैठक के बाद रविवार देर रात दिल्ली में पत्रकारों से कहा कि ये पर्यवेक्षक भाजपा विधायकों की राय लेंगे और पार्टी आलाकमान को एक रिपोर्ट सौंपेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि पर्यवेक्षकों द्वारा ली गयी राय के आधार पर पार्टी विधायक दल के नेता का चयन करेगी जो विपक्ष का नेता होगा। भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति के संबंध में येदियुरप्पा ने कहा कि पार्टी विधायकों की राय के आधार पर इस पर फैसला लिया जाएगा। इस बीच, पार्टी के सूत्रों ने बताया कि कर्नाटक विधानसभा के दोनों सदनों में सोमवार को राज्यपाल थावरचंद गहलोत के संबोधन के तुरंत बाद दोपहर एक बजे भाजपा के विधायक दल की बैठक होगी।