केरल-कैडर के आईपीएस अधिकारी नितिन अग्रवाल को रविवार (11 जून, 2023) को बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। फिलहाल वह दिल्ली में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स हेडक्वार्टर में ऑपरेशन के एडिशनल डीजी के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्हें कल बीएसएफ का नया डीजी बनाया गया है। यह पद तकरीबन 5 महीने से खाली था। पंकज कुमार सिंह के 31 दिसंबर, 2022 को रिटायर होने के बाद 5 महीने से अधिक समय से बीएसएफ प्रमुख का पद खाली था। उम्मीद है कि अग्रवाल 14 जून के बाद पद संभाल सकते हैं।

कौन हैं नितिन अग्रवाल ?

नितिन अग्रवाल केरल कैडर के 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। फिलहाल वह सीआरपीएफ हेडक्वार्टर में ऑपरेशन के एडिशनल डायरेक्टर जनरल के तौर पर काम कर रहे हैं। इससे पहले वह आईटीबीपी में बड़े पद पर काम कर रहे थे और उन्हें साल 2014 में एडीजी के पद पर प्रोमोट किया गया था। उनके लिंक्ड-इन प्रोफाइल के मुताबिक, उन्होंने 1983-1987 के दौरान दिल्ली आईआईटी से बीटेक किया था। उन्होंने विभिन्न बलों में अलग-अलग पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। वे आईटीबीपी में आईजी ट्रेनिंग, सशस्त्र सीमा बल में आईजी और केरल पुलिस में एडीजी के पद पर काम कर चुके हैं।

कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने देर रात नितिन अग्रवाल की नियुक्ति के लिए एक आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने आईपीएस अधिकारी नितिन अग्रवाल को सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक के रूप में नियुक्ति के लिए गृह मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसमें आगे कहा गया कि वेतन मैट्रिक्स के लेवल-16 पर पद पर नियुक्त होंगे और 31 जुलाई 2026 तक पद पर बने रहेंगे। इसका मतलब है कि अगर उन्हें एक्सटेंशन नहीं दिया गया तो अग्रवाल 2026 में डीजी-बीएसएफ के पद से सेवानिवृत्त हो जाएंगे।

दिल्ली में बीएसएफ और उसके बांग्लादेशी समकक्ष बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के बीच चार दिवसीय सीमा वार्ता के बीच नितिन अग्रवाल की नियुक्ति हुई है। डीजी की अनुपस्थिति में थौसेन वार्ता में बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। 14 जून को वार्ता खत्म होने के बाद अग्रवाल के बीएसएफ की कमान संभालने की उम्मीद है। यह वार्ता का 53वां संस्करण है और इस तरह की आखिरी बैठक पिछले साल जुलाई में हुई थी। उस समय बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल ने ढाका की यात्रा की थी।