झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए थे। आज उनके नतीजे आ गए हैं। इसके साथ यह भी तय हो गया है कि जेएमएम यानी झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में कांग्रेस राज्य में सरकार बनाएगी। ऐसे में शिबू सोरेन के बेटे व जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के सीएम बनने की संभावना तेज हो गई है। इसके साथ ही महाराष्ट्र के बाद एक और राज्य से बीजेपी की सत्ता चली जाएगी।
कौन हैं हेमंत सोरेन? हेमंत का जन्म 10 अगस्त 1975 को हुआ था। वह झारखंड के पूर्व सीएम शिबू सोरेन के बेटे हैं। शिबू सोरेन को झारखंड में गुरुजी के नाम से बुलाया जाता है। वह झारखंड के आदिवासी समुदाय के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं। अपने पूर्व सचिव शशिनाथ झा के अपहरण व हत्या और चिरुडीह नरसंहार मामले में जेल जा चुके हैं। हालांकि, दोनों ही मामलों में उन्हें बरी कर दिया गया था। हेमंत उन्हीं शिबू सोरेन के बेटे हैं और राजनीति उन्हें विरासत में मिली।
#WATCH: Jharkhand Mukti Morcha's (JMM) Hemant Soren rides a cycle at his residence in Ranchi. JMM is currently leading on 28 seats while the Congress-JMM-RJD alliance is leading on 46 seats. pic.twitter.com/e9HYcb26Y2
— ANI (@ANI) December 23, 2019
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संपत्ति को लेकर चर्चा में रह चुके हैं हेमंतः विधानसभा चुनाव 2019 से पहले अपनी संपत्ति को लेकर हेमंत सोरेन काफी चर्चा में रहे थे। दरअसल, उनकी संपत्ति पिछले 10 साल में 11 गुना बढ़ी है। उन्होंने दुमका विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल करते वक्त शपथ पत्र में अपनी कुल संपत्ति 8 करोड़ 11 लाख रुपए बताई थी, जबकि 2009 के विधानसभा चुनाव में उनकी कुल संपत्ति 73 लाख 57 हजार रुपए थी। वहीं, 2014 में उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 3 करोड़ 50 लाख रुपए घोषित की थी।
ऐसा रहा राजनीतिक करियरः हेमंत ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2009 में की थी। वह 24 जून 2009 से 4 जनवरी 2010 तक राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं। इसके बाद 2010 अर्जुन मुंडा के नेतृत्व में बीजेपी ने जेएमएम के साथ गठबंधन किया और हेमंत डिप्टी सीएम बने। इसके बाद 2013 में JMM ने बीजेपी से समर्थन वापस लिया और फिर कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई। इस सरकार में हेमंत सोरेन सीएम बने। उस वक्त कांग्रेस-जेएमएम को आरजेडी का भी समर्थन मिला था। यही गठजोड़ 2019 के विधानसभा चुनाव में भी मैदान में है।
2014 व 2019 के चुनाव में ऐसा रहा हालः 2014 के विधानसभा चुनाव में हेमंत बतौर सीएम 2 सीटों पर चुनाव लड़े थे। बरहेट विधानसभा सीट पर उन्हें जीत मिली थी, जबकि दुमका में वह लुइस मरांडी से चुनाव हार गए थे। बरहेट में उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी हेमलाल मूर्मू को करीब 23 हजार वोटों से हराया था। अब बात विधानसभा चुनाव 2019 की। हेमंत ने इस बार भी दुमका और बरहेट से ताल ठोकी है। बरहेट में वह बीजेपी उम्मीदवार से आगे हैं और दुमका में बीजेपी से ही पीछे चल रहे हैं।
हेमंत सोरेन की एजुकेशन व पर्सनल लाइफः हेमंत ने 12वीं तक की पढ़ाई बिहार की राजधानी पटना से की थी। इसके बाद उन्होंने रांची के बीआईटी मेसरा में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एडमिशन लिया, लेकिन अपना कोर्स पूरा नहीं कर पाए। हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन हैं और उनके 2 बच्चे भी हैं।