बीजेपी ने अपना सबसे उम्रदराज और पुराना कार्यकर्ता आज खो दिया है। पार्टी के कार्यकर्ता भुलई भाई का 111 की साल की उम्र में निधन हो गया है। आज शाम 6 बजे कप्तानगंज में भुलई भाई ने अंतिम सांस ली।  पीएम और सीएम योगी खुदसे फोन पर बात कर हालचाल जानते-पूछते रहे हैं। वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे और अस्पताल में भर्ती थे। 

कौन थे भुलई भाई, क्या जानकारी है?

भुलई भाई  70 सालों से बीजेपी के साथ जुड़े हुए थे। जनसंघ के दिनों से राजनीति में थे। भुलई भाई जनसंघ में साल 1950 में विजयदशमी के दिन शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी और दीनदयाल उपाध्याय जैसे कद्दावर नेताओं के साथ भी काम किया था। भाजपा बनने के बाद भुलई भाई इसके कार्यकर्ता बन गए थे।

भुलई भाई ने देवरिया के नौरंगिया (वर्तमान में कुशीनगर के खड्डा) से विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने थे। उन्होंने दीन दयाल उपाध्याय से प्रभावित होकर राजनीति में कदम रखा था। जब भारतीय जनसंघ की स्थापना हुई थी, तब वे एमए कर रहे थे। बाद में वह एक शिक्षा अधिकारी बन गए।

साल 1974 में भुलई भाई ने अपनी नौकरी छोड़ दी और राजनीति में कदम रखकर देश और समाज के लिए कुछ करने की ठानी। इसी साल भारतीय जनसंघ ने उन्हें नौरंगिया विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया, जिसमें उन्होंने जीत हासिल की। 1977 में वे दूसरी बार विधायक चुने गए। भुलाई भाई की पहचान उनका भगवा गमछा है।

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पीएम मोदी ने फोन पर की थी बात

अप्रैल 2020 में कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे फोन पर बात की थी और आशीर्वाद मांगा था। 2021 अक्टूबर में गृह मंत्री अमित शाह ने लखनऊ में भाजपा के पूर्व विधायकों को सम्मानित किया था, जिसमें भुलई भाई को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। राजनाथ सिंह ने भी पिछले उनसे मुलाकात की थी। राजनाथ का उनसे 1977 से जुड़ाव है, जब दोनों उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य थे।