NEWS 18 पर टीवी डिबेट के दौरान कांग्रेस की आईटी सेल के प्रमुख रोहन गुप्ता और बीजेपी की नुपुर शर्मा आपस में भिड़ गए। आरोप प्रत्यारोप इतने ज्यादा तल्ख हो गए कि एंकर को सीज फायर सीज फायर बोलना पड़ा। एंकर अमिश देवगन ने माहौल को यह कहकर शांत करने की कोशिश की कि एक ने कही दूसरे ने मानी, नानक कहें दोनों ज्ञानी।
दरअसल, डिबेट में नुपुर शर्मा का आरोप था कि मार्च के महीने में प्रियंका वाड्रा भी तो किसान सम्मेलन कर रही थीं। वायरस फैलाने के लिए वो भी जिम्मेदार हैं। जबकि कांग्रेस प्रवक्ता लगातार कह रहे थे कि ये वायरस मोदी की वजह से सारे देश में खतरनाक तरीके से फैल गया। एंकर का कहना था कि ये वायरस चीन ने ही वुहान की लैब में बनाया। वो बायोलॉजिकल वार से दुनिया को कमजोर करना चाहता है। उनका कहना था कि इसे सिंगापुर या फिर इंडियन वायरस कहने की बजाए चीनी वायरस कहा जाए तो ज्यादा ठीक होगा।
#आर_पार
WHO की एडवाइज़री के अनुसार किसी भी वायरस/वेरिएंट/म्युटेंट का नाम किसी भी देश के नाम पर नहीं रखा जा सकता,कौन सा वायरस कहाँ से आया पता लगाना बहुत मुश्किल : डॉ. रवि मलिक #MaskPehnoIndia #FightBackIndia #Vaccine #Singapore @AMISHDEVGAN pic.twitter.com/jWmDSY9sid— News18 India (@News18India) May 19, 2021
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अमिश देवगन ने क्यों कहा, पक्ष-विपक्ष दोनों को एक-दूसरे की बात सुनना चाहिए यही सच्चा लोकतंत्र है #MaskPehnoIndia #FightBackIndia #Vaccine #Singapore @AMISHDEVGAN @NupurSharmaBJP @rohanrgupta pic.twitter.com/32CDaiYFu8— News18 India (@News18India) May 19, 2021
रेडिक्स के एमडी डॉ. रवि मलिक ने कहा कि WHO की एडवाइज़री के अनुसार किसी भी वायरस/वेरिएंट/म्युटेंट का नाम किसी भी देश के नाम पर नहीं रखा जा सकता। कौन सा वायरस कहाँ से आया पता लगाना बहुत मुश्किल है। इसी वजह से WHO ने 2015 की अपनी एडवाइजरी में कहा कि बीमारी से किसी देश का नाम नहीं जोड़ सकते। इससे एक गलत परंपरा की शुरुआत होती है जो किसी भी लहजे से वैश्विक स्तर पर ठीक नहीं है। इससे आरोप प्रत्यारोप का बढ़ावा मिलता है और एक देश विशेष की छवि खराब होती है।
डॉ. रवि मलिक ने कहा कि ये पता करना बहुत कठिन होता है कि कौन सा वायरस कहां से आया। उनका कहना था कि भारत सरकार के एक अधिकारी ने भी कहा है कि ये बायोलॉजिकल वार है। उनका कहना था कि नेचुरल वेरिएंट जल्दी खत्म हो जाता है। लेकिन कोविड का वेरिएंट जिस तरह से रूप बदल रहा है उससे शक होता है कि इसे बड़े करीने से तैयार किया गया था। तभी ये खत्म नहीं हो रहा।
उनका कहना था कि वायरस इतना खतरनाक रूप ले चुका है कि तीन माह बाद जब वो फिर से किसी प्लेटफार्म पर बात कर रहे होंगे तो नहीं पता कि क्या हालात होंगे। वायरस तेजी से रूप बदल रहा है।
