राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव हमेशा से अपने चुटीले और मजाकिया अंदाज के लिए पहचाने जाते रहे हैं। चाहे संसद सदन के अंदर हो या बाहर, लालू अपने साथी सांसदों के साथ-साथ पत्रकारों को भी हंसाने का मौका नहीं छोड़ते। ऐसा ही एक वाकया 2008 में एक न्यूज चैनल के अवॉर्ड फंक्शन में भी हुआ था। यहां जब लालू को सम्मानित करने के दौरान पी चिदंबरम ने अंग्रेजी में एक अटपटा सवाल पूछा, तो लालू ने अपनी हाजिरजवाबी से ऑडियंस में बैठे लोगों को ठहाके लगाने पर मजबूर कर दिया।
दरअसल, लालू जब सम्मान लेने के लिए स्टेज पर बैठे, तब पहले एनडीटीवी के संस्थापक प्रणय रॉय ने उनसे पूछा कि क्या वे बिजनेसमैन हैं, तो लालू ने कहा कि नहीं, नहीं मैं बिजनेसमैन नहीं हूं। लेकिन जब पढ़ाई-लिखाई नहीं थी, तब दूध का बिजनेस करते थे। इसके बाद पी चिदंबरम ने पूछा कि अब आप मंत्री से ज्यादा बिजनेस के प्रोफेसर हो गए हैं, क्या आप किसी यूनिवर्सिटी में टीचिंग में करियर की तरफ देख रहे हैं।
इस पर लालू प्रसाद यादव ने अचानक पूछा- टीचिंग…क्या पूछ रहे हैं? जो भारतीय रेलवे का टर्नअराउंड हुआ है और जो फाइनेंस मिनिस्ट्री का हमने झोला भरने का काम किया है। देश और दुनियाभर की जो पहली पंक्ति के संस्थान हैं, वहां के प्रोफेसर और बच्चे आते हैं कि भारतीय रेलवे का जो विगत दिनों में खराब हालत था, क्या मैजिक हुआ है, ये जानने आते हैं।
लालू ने आगे कहा, “मैंने देखा है कि कोई इंसान एक कॉलेज का प्रोफेसर होता है और हम दुनियाभर के प्रोफेसर बने हुए हैं। लोगों को पढ़ाते हैं।” इसके बाद लालू ने अंग्रेजी में कहा, “I am teaching Boy and Girl including the teacher, all over the world.” यानी “हम दुनियाभर के लड़के और लड़कियां, जिनमें टीचर भी शामिल हैं, को पढ़ा रहे हैं।”