आगामी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं और तमाम सियासी दल अपने अपने कार्ड खेलने में जुट गए हैं। जहां बसपा ब्राह्मण समाज को साधने में जुटी हुई है तो भाजपा पिछड़ा वर्ग सम्मेलन कर रही है। इसी तरह सपा और कांग्रेस सहित दूसरी पार्टियों ने भी सियासी चाल चलने शुरू कर दिए हैं। आगामी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से जुड़े मुद्दे पर टीवी डिबेट के दौरान जब बसपा प्रवक्ता पूर्व मुख्यमंत्री मायावती की तारीफ़ करने लगे तो भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली वाले मुहावरे का जिक्र करते हुए कहने लगे कि पहले वे खुद को देवी कहकर चढ़ावा मांगती थीं।
दरअसल न्यूज 18 इंडिया पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान एंकर अमिश देवगन के एक सवाल के जवाब में बसपा प्रवक्ता व सांसद कुंवर दानिश अली ने कहा कि मायावती चार बार मुख्यमंत्री बनीं और एक बार पूर्ण बहुमत के साथ मुख्यमंत्री बनीं। सरकार में हमने दिखाया कि किसी के साथ ज्यादती नहीं होती है। आगे उन्होंने सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय नारे का जिक्र करते हुए कहा कि आप मायावती की सरकार का इतिहास उठाकर देख लीजिए किसी के साथ ज्यादती नहीं हुई है।
बसपा प्रवक्ता कुंवर दानिश अली के इन बयानों के बाद जब एंकर ने उन्हें उनके पुराने नारे याद दिलाए। तो उसके बाद भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने भी बसपा सांसद के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आपकी नेता भगवान की शपथ नहीं लेती हैं लेकिन रैली में नारा लगता है कि हाथी नहीं गणेश है, ब्रम्हा विष्णु महेश है। भाजपा प्रवक्ता के इतना कहते ही बसपा प्रवक्ता कहने लगे कि कम से कम हमारी नेता बिन बुलाव पर बिरयानी खाने तो नहीं चली जाती हैं।
बसपा प्रवक्ता के इस बयान पर तुरंत पलटवार करते हुए भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि इनकी नेता इतनी महान है जिन्होंने कहा था कि देवी पर चढ़ावा मत चढाओ, मैं ही देवी हूं, मुझपर चढ़ावा चढ़ाओ। ऐसा किसी नेता ने कभी नहीं होगा। इसके बाद बसपा प्रवक्ता ने कहा कि नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली। किसने देखा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पैसा गिनते हुए। एक दिलीप सिंह जूदेव होते थे जिनको पैसे गिनते हुए लोगों ने देखा। ये लोग दूसरे के ऊपर आरोप लगाते हैं।
बसपा प्रवक्ता के इन आरोपों पर भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने भी जवाब दिया। सुधांशु त्रिवेदी ने सवाल पूछने वाले लहजे में कहा कि नोटों की माला पहने हुए किस नेता को आपने देखा, वो भी तो किसी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष थी। इन्होंने बड़ी अच्छी बात बोली कि नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली लेकिन आज सब्सिडी बंद हो गई और मुस्लिम महिलाओं के हज पर जाने के लिए पुरुष की अनिवार्यता को भी ख़त्म कर दिया गया।
