कविताओं और संगीत के पारखी अटल बिहारी वाजपेयी भूपेन हजारिका के बहुत बड़े प्रशंसक थे और एक बार जब हजारिका यहां एक कार्यक्रम पेश कर रहे थे तब उन्होंने उनसे एक प्रसिद्ध असमी गीत गाने का अनुरोध किया था। बात 90 के दशक की है, हजारिका रामलीला मैदान में एक कार्यक्रम में मंच पर थे तब उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से एक पर्ची मिली । लंबे समय तक हजारिका के सहयोगी रहे और उस कार्यक्रम में गिटार वादक कमल कातकी याद करते हैं कि जब वे लोग कार्यक्रम का समापन करने वाले थे तब एक व्यक्ति एक पर्ची लेकर आया।
उन्होंने कहा, ‘‘उस पर भूपेंद्र का लोकप्रिय गाना ‘मोई ऐती जाजाबोर’ लिखा था और उसके पीछे अटलजी का नाम था। ’’ कातकी ने कहा, ‘‘अटलजी के अनुरोध पर भूपेनदा ने वह गाना गाया। बाद में जब हम उनसे मिले तो उन्होंने कहा कि वह पहली पंक्ति में बैठे हुए थे और उस गीत का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने (अटल) ने कहा ” वो गाना सुनने के लिए तड़प रहा था इसलिए ये अनुरोध भेजा।
साल 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने दादासाहब फाल्के पुस्कार विजेता हजारिका को गुवाहाटी से अपना प्रत्याशी बनाया था। वह एक बेहतरीन कवि थी थे। उनकी कविताओं पर दिवंगत गजलकार और सिंगर जगजीत सिंह ने एल्बम्स भी बनाए थे। जगजीत सिंह ने उनकी कविता आओ फिर से याद दिया जलाएं पर गीत फरमाया था। उन्हें बेस्ट गीतकार को लेकर स्कीन प्ले अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका था। बता दें कि अटल बिहारी ने सन 2000 में अपने एक एल्बम नई दिशा के लिए बेस्ट स्क्रीन प्ले अवॉर्ड मिला था।
आईएनएस के इनपुट के साथ