कलकत्ता हाई कोर्ट द्वारा पंचायत चुनावों के लिए राज्य में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती के आदेश के दो दिन बाद, पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग और राज्य सरकार ने आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला किया है। दरअसल, पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के नामांकन के दौरान हुई झड़पों को देखते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट ने गुरुवार को चुनाव आयोग को 48 घंटे के भीतर बलों की तैनाती के लिए केंद्र को एक अनुरोध भेजने का निर्देश दिया था।

सूत्रों ने कहा कि शुक्रवार को राज्य चुनाव आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों और सरकार के कानूनी सलाहकारों के साथ बैठक में भाग लेने के बाद यह फैसला लिया गया।

कलकत्ता हाई कोर्ट ने दिया था केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश

दरअसल, भाजपा विधायक और विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस टीएस शिवगणनम और न्यायमूर्ति उदय कुमार की खंडपीठ ने अपने 13 जून के आदेश में कहा था कि संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान और केंद्रीय बलों की तैनाती के आदेश का पालन नहीं किया गया है और इस संबंध में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।

राज्य चुनाव आयोग के यह कहने पर कि संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करने में कुछ दिन लग सकते हैं, अदालत ने कहा कि हमारा विचार है कि और अधिक प्रतीक्षा करने से स्थिति को और ज्यादा नुकसान होगा और चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष बनाए रखने में सहायता नहीं मिलेगी। अदालत ने देखा कि संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान करने में प्रशासन की ओर से ढिलाई की गयी है और SEC ने 13 जून के निर्देशों को लागू करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।

हाई कोर्ट ने दी राज्य चुनाव आयोग को अवमानना ​​​​कार्रवाई की चेतावनी

कोर्ट ने पिछले आदेश को लागू करने में विफल रहने के लिए राज्य चुनाव आयोग को अवमानना ​​​​कार्रवाई की चेतावनी भी दी। मुख्य न्यायाधीश ने सुनवाई के दौरान SEC से कहा कि आप आदेश को अव्यवहारिक बनाने की कोशिश कर रहे हैं, आप चाहे तो आगे अपील पसंद कर सकते हैं। अगर आपको लगता है कि आप आदेश को अव्यवहारिक बना देंगे, तो हम चुप नहीं रह सकते हैं।

वहीं, 7 जून को पूर्व मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को नया राज्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया और अगले दिन उन्होंने पंचायत चुनाव की घोषणा की थी। पंचायत चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में 8 जुलाई को एक ही चरण में मतदान होगा और मतगणना 11 जुलाई 2023 को होनी है।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस शुक्रवार को दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर पहुंचे जहां बृहस्पतिवार को दो राजनीतिक दलों के समर्थकों के बीच हुई झड़प में तीन लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान बोस ने कहा कि राजनीतिक हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्रवाई की जाएगी और निष्क्रियता के लिए कोई बहाना नहीं चलेगा।

(Story By- Atri Mitra)