अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने आज कोलकाता में जादवपुर यूनिवर्सिटी तक विरोध प्रदर्शन मार्च का आयोजन किया। यह विरोध प्रदर्शन बीते हफ्ते भाजपा नेता और केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के साथ जादवपुर यूनिवर्सिटी में हुई धक्का-मुक्की की घटना के खिलाफ आयोजित किया गया। पुलिस ने जादवपुर यूनिवर्सिटी के पास जादवपुर पार्क इलाके में बैरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोकने का इंतजाम किया था, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़कर यूनिवर्सिटी में घुसने का प्रयास किया।
वहीं दूसरी तरफ जादवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों और शिक्षकों ने भी यूनिवर्सिटी के गेट पर इकट्ठा होकर प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, जिससे यूनिवर्सिटी और उसके आसपास हंगामे के हालात पैदा हो गए। पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की गई तो एबीवीपी कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस पर पत्थर भी बरसाए गए। जब पुलिस के समझाने के बाद भी प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए तो पुलिस ने प्रदर्शन को बीच में ही रोक दिया।
बता दें कि बीती 19 सितंबर को जादवपुर यूनिवर्सिटी में आयोजित हुए एक कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के साथ धक्का-मुक्की की गई। इसका आरोप लेफ्ट विंग के छात्रों पर लगा। इसे लेकर काफी हंगामा हुआ था। इसी घटना के विरोध में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आज दक्षिणी कोलकाता के गरियाहाट इलाके से एक विरोध प्रदर्शन मार्च शुरू किया।
दूसरी तरफ यूनिवर्सिटी छात्रों और शिक्षकों ने भी यूनिवर्सिटी के गेट पर इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन किया और इस दौरान एबीवीपी और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी भी की। एबीवीपी का विरोध मार्च यूनिवर्सिटी से 2 किलोमीटर की दूरी पर हिंसक हो गया, जिसके बाद पुलिस ने इसे रोक दिया।
इससे पहले यूनिवर्सिटी में बाबुल सुप्रियो के साथ हुई धक्का-मुक्की की घटना से नाराज पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने अपने एक बयान में कहा था कि ‘जादवपुर यूनिवर्सिटी राष्ट्रविरोधी और वामपंथियों का अड्डा बन गया है और हमारे कैडर को चाहिए कि वह उन्हें नष्ट करने के लिए बालाकोट की तर्ज पर सर्जिकल स्ट्राइक करें।’
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं के विरोध मार्च पर कहा कि ‘लोकतंत्र के लिए विरोध महत्वपूर्ण है। जिस दिन विरोध प्रदर्शन अपना मूल्य खो देंगे, उस दिन भारत रुक जाएगा। बंगाल में अभी भी लोकतंत्र है, हालांकि कुछ जगहों पर यह नहीं है। जादवपुर यूनिवर्सिटी में क्या हो रहा है, हमारी इस पर नजर है।’