पश्चिम बंगाल में अंतिम संस्कार के लिए कोलकाता के नगर निकाय के वाहन में अमानवीय तरीके से रखे जा रहे शवों का मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है। राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इस मामले पर मुख्य सचिव और गृह सचिव से जवाब मांगा है। उन्होंने कहा कि इस घटना के बारे में 10 तारीख को मुझे पता चला। मैं सोच नहीं सकता था कि भारत जैसे देश में शवों के साथ ऐसा कृत्य किया जा सकता है। जब दोनों वीडियो मेरे सामने आए तो मेरी आंखों के आंसू खत्म हो गए। हम लोगों को क्या मुंह दिखाएंगे।

उन्होंने ट्वीट कर लिखा है, मैं इस घटना से आहत हूं। इस संबंध में मैंने गृह सचिव और मुख्य सचिव को पत्र लिख जवाब मांगा है। गृह सचिव ने इस पर जवाब दिया है। उनके जवाब में यह स्वीकार किया गया है कि शव को उठाने के दौरान सही तरीका नहीं अपनाया गया। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा है, ये 14 शव एक अस्पताल के मुर्दाघर से आए थे। यह लोग बीमार रहे होंगे। प्रत्येक रोगी का एक इतिहास होता है जब वह अंतिम सांस लेता है। इनके बारे में किसी को कुछ नहीं पता, इन लोगों की कोई जानकारी सामने नहीं आई है। इस मामले की पूरी तरह से जांच करना और लोगों को पारदर्शी रूप से स्पष्ट करना मेरा दायित्व है।

क्या है मामला: दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है इस वीडियो में नजर आ रहा है कि नगरपालिका कर्मचारी अधजली लाशों को श्मशानघाट के अंदर से घसीटते हुए बाहर आ रहे हैं और उन्हें बाहर की ओर खड़ी गाड़ी में फेंक रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद राज्य में हड़कंप मच गया है। बीजेपी नेता ने इस वीडियो के जरिए ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है, ये अमानवीयता की हद है। किसी की मृत देह को ममताजी आपके राज में जिस तरह घसीटकर गाड़ी में पटका जा रहा है, वो असहनीय है। क्या सरकार इस बात की जवाबदेह नहीं है कि ये कृत्य क्यों किया गया।जनता में भय के साथ पश्चिम बंगाल सरकार के प्रति गुस्सा भी है।