पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बीच तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख और राज्य की ममता बनर्जी के रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को एक इंटरव्यू दिया है। इस इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने राजनीति में फिर से आने की बात कही है। बंगाल चुनाव में किशोर की टीम I-PAC ममता बनर्जी के लिए काम कर रही है।
अर्नब गोस्वामी के साथ इंटरव्यू में प्रशांत किशोर ने एक बार फिर से बंगाल में TMC की जीत का दावा किया है। साथ ही उन्होंने एक बार फिर से राजनीति में आने के संकेत दिए हैं। किशोर ने कहा, ‘मैं एक बार फिर से राजनेता के रूप में वापसी करूंगा। मैं एक बार फिर से ट्राई करूंगा.. मैं हमेशा के लिए राजनीतिक रणनीतिकार नहीं रह सकता।’ प्रशांत किशोर ने कहा, ”मैं राजनीति में आया लेकिन मैं अपने पहले प्रयास में विफल रहा। मैंने सबक सीख लिया है और मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि मैं वापस जाऊंगा, शायद बेहतर तरीके से तैयार होकर वापस जाऊंगा।”
किशोर ने कहा कि यह सिर्फ एक विराम है। मैं एक राजनेता के रूप में वापस जाऊंगा। मैं जिंदगी भर एक राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में नहीं रहूंगा। मैं हारने से नहीं डरता। किशोर ने नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी की जीत पर भरोसा जताया है। प्रशांत किशोर ने कहा- “जब आप गंभीरता से चुनाव लड़ रहे होते हैं, तो मीडिया कहता है कि आप घबराए हुए हैं। यदि हम गंभीरता से नहीं लड़ रहे हैं, तो आप कह रहे हैं कि हमने हार मान ली है, विपक्ष के पास लड़ने के लिए कोई नहीं है, केवल बीजेपी ही है जो लड़ रही है।”
यह पूछे जाने पर कि क्या टीएमसी बनर्जी को दूसरी सीट से मैदान में उतारने पर विचार कर रही थी, किशोर ने कहा, “सवाल ही नहीं उठता”। उन्होंने भविष्यवाणी की, “ममता बनर्जी नंदीग्राम से जीत रही हैं और आसानी से जीत रही हैं। बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी से मिली टक्कर को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, “वह नंदीग्राम में जिससे लड़ रही हैं, वह ममता बनर्जी के लिए लगभग केकवॉक है।”
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर की टीम तमिलनाडु में डीएमके के लिए काम कर रही है। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस के कैप्टन अमरिंदर सिंह को 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव जीतने में मदद की और जगन मोहन रेड्डी के लिए भी साल 2019 में तेलंगाना के लिए रणनीति बनाई। वहीं 2019 में चुनावी रणनीतिकार ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के लिए काम किया। जिसमें बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था।