Jadavpur University Protest: कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी में राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के कैंपस दौरे के दौरान छात्रों का एक बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ। इसमें कुछ छात्रों ने मंत्री की कार का घेराव किया, तोड़फोड़ की और कथित तौर पर उनके साथ मारपीट भी की। बसु को बाद में एसएसकेएम हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया और डॉक्टरों ने कहा कि उनकी हालत स्थिर है। दूसरी तरफ कुछ प्रदर्शनकारियों की तरफ से आरोप लगाया गया है कि उनमें से कुछ छात्र मंत्री के काफिले में शामिल एक गाड़ी की चपेट में आकर घायल हो गए।
यह विरोध प्रदर्शन सीपीआई की स्टूडेंट्स विंग एसएफआई और अन्य वामपंथी छात्र संगठनों के सदस्यों ने ही किया था। इसमें मांग की गई कि स्टूडेंट यूनियन इलेक्शन जल्द से जल्द कराए जाएं। वेस्ट बंगाल कॉलेज एंड यूनिवर्सिटी प्रोफेसर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने जादवपुर पुलिस स्टेशन में छात्र संगठनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
टीएमसी ने घटना की निंदा की
घटना की निंदा करते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता और पार्टी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा, ‘हम स्तब्ध हैं। उन्होंने योजना बनाकर ब्रत्य बसु पर हमला किया। हम ऐसी गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करेंगे।’ टीएमसी नेता ने यह भी कहा कि जिन लोगों ने उनका अपमान किया है, उनके साथ में सख्ती से निपटा जाएगा। टीएमसी के शिष्टाचार को कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए।
छात्रों ने चुनावों की मांगों पर दिया जोर
बसु वेस्ट बंगाल कॉलेज एंड यूनिवर्सिटी प्रोफेसर्स एसोसिएशन की वार्षिक आम बैठक में हिस्सा लेने के लिए परिसर के दौरे पर आए थे। जब इस बात का वामपंथी छात्रों को पता चला तो उन्होंने छात्र संघ चुनावों की अपनी मांग पर जोर देने के लिए उनसे बात करने की प्लानिंग की। हालांकि, जब छात्र मेन गेट पर इकट्ठा हुए तो बसु दूसरे गेट से यूनिवर्सिटी में चले गए।
क्यों इस समय को माना जा रहा ममता बनर्जी के जीवन की सबसे बड़ी चुनौती?
टीएमसी भगवाकरण के खिलाफ लड़ रही- बसु
डब्ल्यूबीसीयूपीए की बैठक को संबोधित करते हुए बसु ने कहा, ‘टीएमसी भगवाकरण के खिलाफ लड़ रही है और जो लोग अब बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनसे पूछें कि उन्होंने बीजेपी के खिलाफ कितने विरोध प्रदर्शन आयोजित किए।’ हॉल से बाहर निकलते ही छात्रों ने बसु की कार को घेर लिया। जब उन्होंने आंदोलनकारी छात्रों से बात करने की कोशिश की, तो छात्रों ने कथित तौर पर उनके साथ धक्का-मुक्की की और उनकी कार में तोड़फोड़ की।
ममता बनर्जी को नहीं रोक सकते- बसु
इतना ही नहीं प्रदर्शनकारी छात्र संगठनों ने कथित तौर पर शिक्षाबंधु ऑफिस में भी तोड़फोड़ की और उसके एक हिस्से में आग लगा दी। वे जादवपुर 8बी बस स्टैंड के पास भी इकट्ठा हुए और सड़क जाम कर दी। बाद में बसु ने एसएसकेएम अस्पताल में मीडियाकर्मियों से कहा, ‘यह एक अभूतपूर्व हमला है। अगर उन्हें लगता है कि इस तरह से वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को रोक सकते हैं , तो वे गलत हैं। मैं बाहर आया और उनसे बात करने के लिए तैयार था, लेकिन वे बात करने के मूड में नहीं थे। हमारे प्रोफेसर गंभीर रूप से घायल हैं। यह स्वीकार्य नहीं है। हम फिर से जादवपुर यूनिवर्सिटी जाएंगे और एक सम्मेलन आयोजित करेंगे।’
सीपीआईएम के राज्य सचिव ने क्या कहा?
इस बीच, घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए सीपीआईएम के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने कहा, ‘ब्रात्य बसु नाटक कर रहे हैं। हमारे छात्रों को दशकों से हर शैक्षणिक संगठन से प्रतिबंधित किया गया है। पिछले दस सालों में कोई छात्र संघ चुनाव नहीं हुआ है। एसएफआई इसके खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहा है।’
