पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हड़ताली डॉक्टरों की सभी मांगें मान ली हैं। सोमवार (17 जून, 2019) शाम नवन्ना में जूनियर डॉक्टरों के साथ हुई मुलाकात में उन्होंने कोलकाता पुलिस कमिश्नर अनुज शर्मा को हर अस्पताल में नोडल पुलिस अधिकारी तैनात करने के निर्देश दिए। दीदी ने इसके अलावा डॉक्टरों का वह प्रस्ताव भी स्वीकार लिया है, जिसमें सरकारी अस्पतालों में शिकायत निवारण प्रकोष्ठ गठित करने की बात शामिल है।

‘पीटीआई-भाषा’ के मुताबिक, सीएम और हड़ताली जूनियर डॉक्टरों के बीच यह बैठक राज्य सचिवालय में हुई। डॉक्टरों ने इस दौरान मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में सामने आ रही दिक्कतों से सीएम रू-ब-रू कराया। बंगाल के स्वास्थ्य सचिव, राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और राज्य के अधिकारी, 31 जूनियर डॉक्टर बनर्जी संग बैठक में उपस्थित रहे।

जानकारी के अनुसार, इस बैठक में मीडिया कवरेज के लिए सिर्फ दो क्षेत्रीय न्यूज चैनलों को अनुमति दी गई। सीएम ने बैठक में डॉक्टरों से कहा कि राज्य सरकार ने किसी भी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया है। वहीं, जूनियर डॉक्टरों के फोरम ने बताया कि काम करते हुए उन लोगों को डर लगता है।

फोरम ने इसके साथ ही मांग उठाई कि एनआरएस के डॉक्टरों से मारपीट करने वालों को ऐसी सजा दी जाए जो दूसरों के लिए उदाहरण बने। जवाब में सीएम बोलीं- हमने पर्याप्त कदम उठाए हैं। एनआरएस अस्पताल में हुई घटना में कथित तौर पर लिप्त पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सीएम के साथ बैठक के बाद बंगाल में डॉक्टरों ने सप्ताह भर से चली आ रही हड़ताल समाप्त कर ली है।

कोलकाता के डॉक्टरों के समर्थन में आए छत्तीसगढ़ के चिकित्सकः कोलकाता में डॉक्टरों संग कथित मारपीट के विरोध में सोमवार को छत्तीसगढ़ के डॉक्टर भी उतर आए। उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के रायपुर जिलाध्यक्ष डॉ.अनिल जैन बोले कि कोलकाता में चिकित्सकों के साथ मारपीट के विरोध में तथा अपनी मांगों को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सैकड़ों सदस्यों ने आज विरोध प्रदर्शन किया।