पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई हिंसा में राज्य की सीएम ममता बनर्जी को साजिश नजर आती है। सीएम ममता ने कहा, “मुझे अब भी लगता है कि रामपुरहाट की घटना के पीछे कोई साजिश है। इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है। यह एक अच्छा फैसला है।” बता दें कि बीते 21 मार्च को बीरभूम में टीएमसी नेता भादू शेख की हत्या के बाद दस घरों में आग लगा दी गई थी। जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।
गौरतलब है कि कलकत्ता हाईकोर्ट के स्वत: संज्ञान लेने के बाद इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है। वहीं ममता बनर्जी ने इसे अच्छा निर्णय बताते हुए कहा कि सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है, ये अच्छा फैसला है लेकिन अगर वे केवल भाजपा के निर्देशों का पालन करेंगे तो हम विरोध करने के लिए तैयार हैं।
उत्तर बंगाल के बागडोगरा में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम बनर्जी ने कहा, “हमने पहले भी देखा है कि टैगोर के नोबेल पुरस्कार की चोरी, नेताई घटना और तापसी मलिक मामले की जांच में सीबीआई न्याय देने में विफल रही है। जबकि यह विशेष जांच दल था।”
बता दें कि बीरभूम मामले में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को सीबीआई से हत्याओं की जांच करने को कहा था। इसके साथ कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 7 अप्रैल तारीख तय की है। इसी तारीख को सीबीआई को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपनी होगी। अदालत ने राज्य सरकार को इस हिंसा की जांच में सीबीआई को पूरा सहयोग देने का निर्देश भी दिया है।
उत्तर बंगाल के छह दिवसीय दौरे पहुंचीं ममता बनर्जी ने कहा, “एक तृणमूल कार्यकर्ता की हत्या अन्य कार्यकर्ता ने कर दी। लेकिन हर जगह सिर्फ टीएमसी की आलोचना हो रही है। हमने मामले की जांच करने और घटना के पीछे असली कारण को जानने के लिए कई कदम उठाए हैं।”
उन्होंने कहा कि इस तरह की कई घटनाएं उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, त्रिपुरा और असम में हो चुकी हैं। जहां हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को घटना स्थल तक जाने नहीं दिया जाता लेकिन बीरभूम में हमने कभी किसी राजनीतिक दल को वहां जाने से नहीं रोका।
वहीं इस मामले की जांच कर रही सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में कहा है कि शुरुआती जांच से मालूम पड़ता है कि स्थानीय पंचायत के टीएमसी उप-प्रधान भादू शेख की हत्या का बदला लेने के लिए बीरभूम में इस तरह की हिंसा की गई थी।