पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एआईएमआईएम पर निशाना साधते हुए पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन औवेसी पर हमला बोला है। ममता ने हमला बोलते हुए कहा कि हैदराबाद से पैसों के बैग लेकर यहां आ रहे और मुसलमानों का हमदर्द होने का दावा करने वाले नेता भाजपा के सबसे बड़े सहयोगी हैं। बनर्जी ने मुस्लिम समुदाय से बाहर से आ रहे नेताओं पर भरोसा नहीं करने की अपील की है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि केवल राज्य के नेताओं पर विश्वास करें क्योंकि केवल वे ही पश्चिम बंगाल के लोगों के हित के लिए लड़ सकते हैं। गौरतलब है कि ममता ने यह बयान बुधवार (20 नवंबर) को दिया है।
क्या कहा ममता नेः बनर्जी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘उन नेताओं पर विश्वास नहीं करें जो बाहर से आते हैं और खुद को आपका (अल्पसंख्यकों का) हमदर्द दिखाने की कोशिश करते हैं। केवल बंगाल के नेता ही आपके हित के लिए लड़ सकते हैं। हैदराबाद से पैसों के बैग के साथ आने वाले नेता और खुद को मुसलमानों का हमदर्द बताने वाले भाजपा के सबसे बड़े सहयोगी हैं।’
Power has made Mamta Banerjee and her party TMC arrogant. Despite Muslims voting for the TMC, BJP won 18 Lok Sabha seats in Bengal. So, which extremism won? Perhaps, she should do an introspection. – @asadowaisi pic.twitter.com/S83drfg6BY
— AIMIM (@aimim_national) November 19, 2019
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बाहर से आ रहे मुस्लिम पर नहीं करे भरोसा- ममताः गौरतलब है कि कूचबिहार में सोमवार को एक कार्यक्रम में इशारों ही इशारों में ओवैसी पर निशाना साधते हुए लोगों से हैदराबाद से आने वाले ‘अल्पसंख्यक चरमपंथियों’ की बातों में नहीं आने के लिए कहा था। लोकसभा चुनाब के बाद पहली बार ममता ने एआईएमआईएम पर इस तरह से बयान देकर हमला बोला है। ममता के इस बयान के पीछे राज्य में बढ़ रहे एआईएमआईएम की पकड़ को भी एक कारण बताया जा रहा है।
औवेसी ने दिया ममता को जवाबः ममता के इस बयान पर औवेसी ने भी पलटवार किया है। औवेसी ने ममता सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में मुसलमानों की सबसे खराब हालत है। औवेसी ने कहा, ‘तृणमूल प्रमुख के राज्य में विकास के सूचकों पर मुसलमानों की हालत सबसे खराब है।’ बता दें कि ममता के इस बयान से हैदराबाद की सियासत में हलचल मच गई है।

