इंडिया गठबंधन में सीटों को लेकर तकरार जारी है। ममता बनर्जी और कांग्रेस के बीच में सीटों के बंटवारे को लेकर बात नहीं बन रही है। शुक्रवार को सीएम की तरफ से देश की सबसे पुरानी पार्टी को अल्टीमेटम भी दिया गया है। TMC प्रमुख ने कहा कि मुझे शंका है कि अगर कांग्रेस 40 सीटें भी जीत पाएगी। उनकी इस टिप्पणी पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पटलवार करते हुए कहा कि ममता बनर्जी के मन में कोई संदेह नहीं होना चाहिए

कांग्रेस महासचिव(संचार) जयराम रमेश ने कहा, “ममता बनर्जी के मन में कोई संदेह नहीं होना चाहिए। 11 दिन भारत जोड़ो न्याय यात्रा उत्तर प्रदेश में रहेगी। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के बारे में बहुत सारी बातें कही हैं। मैं यही कहूंगा कि वे बार-बार कह रही हैं कि वे INDIA गठबंधन का हिस्सा हैं।” कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “हमारा एक ही निशाना होना चाहिए। हम लोग भाजपा के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। INDIA गठबंधन राष्ट्रीय स्तर के लिए है, विधानसभा स्तर के चुनाव के लिए नहीं है।”

ममता बनर्जी के बयान पर जयराम रमेश का पलटवार

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के बयान पर कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी, जयराम रमेश ने कहा, “हम निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश जाएंगे। ममता बनर्जी को अपने मन में कोई संदेह नहीं रखना चाहिए। भारत जोड़ो न्याय यात्रा 11 दिनों के लिए यूपी से निकलेगी। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के बारे में बहुत कुछ कहा है लेकिन मैं कुछ भी कहना चाहूंगा।” कांग्रेस नेता ने आगे कहा, “मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि वह बार-बार कहती हैं कि वह इंडिया अलायंस का हिस्सा हैं। हम भी हैं इसका एक हिस्सा और यह हमारा कर्तव्य है कि हम गठबंधन को और मजबूत करें। हमारा एक लक्ष्य होना चाहिए कि हम भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं, आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।”

जयराम रमेश ने कहा कि राज्य स्तर की राजनीति को लेकर हमारे बीच जो मतभेद हैं, उन्हें अलग रखा जाए और हमें एक राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य लेना होगा। इंडिया गठबंधन राष्ट्रीय स्तर के लिए है, लोकसभा चुनावों के लिए है विधानसभा चुनावों के लिए नहीं।

दरअसल, ममता बनर्जी ने कहा था, “मुझे शंका है कि अगर कांग्रेस 40 सीटें भी जीत पाएगी। मैं तो फिर भी दो सीटें दे रही थी, वो जीत भी जाते लेकिन उन्हें और ज्यादा सीटें चाहिए थीं। मैंने कहा ठीक है, सभी 42 सीटों पर लड़ लो। उसके बाद से उनसे कोई बातचीत नहीं हो रही है।” लोकसभा चुनाव के लिहाज से पश्चिम बंगाल की 42 सीटें मायने रखती हैं।