पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार ‘मां, माटी, मानुष’ की है, और ये तीन तत्व कभी धोखा नहीं दे सकते, विश्वासघात या झूठ नहीं बोल सकते। हम झूठ बोलकर वोट नहीं लेते हैं, हम जो कहते हैं वह करते हैं, यह टीएमसी का संकल्प है। कहा कि “चंबल के कुछ डकैत और बाहरी गुंडे बंगाल में प्रवेश कर लिए हैं। कभी वे पुलिस को धमकी देते हैं तो कभी वे टीएमसी को धमकी देते हैं। आज टीएमसी एक बरगद के पेड़ की तरह गहरा है। 2-3 लोग जो जानते हैं कि उन्हें पार्टी से टिकट नहीं मिलेगा वे जा रहे हैं।”

पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को भगवा पार्टी में शामिल करने के लिए विवश कर रही है। कहा, “कभी वे कहते हैं कि सीएए लागू किया जाएगा और एनआरसी नहीं किया जाएगा, कभी वे कहते हैं कि एनआरसी लागू किया जाएगा और एनपीआर नहीं किया जाएगा, लेकिन मैं आज बता रही हूं, वे तीनों करेंगे। मैंने अपने राज्य में एनपीआर की अनुमति नहीं दी और ऐसा नहीं किया जाएगा।”

रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने अपनी पार्टी में विरोधियों को “अवसरवादी” करार दिया और भाजपा को “मनीबैग” का उपयोग करके टीएमसी को तोड़ने की कोशिश करने का दोषी ठहराया।

कहा, “भाजपा नेताओं की दुस्साहस की कल्पना करें, वे मेरी पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रत बख्शी को बुला रहे हैं और उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए कह रहे हैं। भाजपा के पास कोई राजनीतिक शिष्टाचार या विचारधारा नहीं है। एक या दो अवसरवादी हैं जो केवल अपने लाभ के लिए काम करते हैं।”

उन्होंने कहा, ‘पार्टी के पुराने नेता हमारी वास्तविक संपत्ति है। भाजपा टीएमसी नेताओं को शामिल होने के लिए मजबूर कर रही है। यह विपक्षी दलों को तोड़ने के लिए मनीबैग का उपयोग कर रही है … लेकिन, हम विधानसभा चुनाव में उनसे लड़ेंगे और हराएंगे।” उन्होंने टीएमसी के कई वरिष्ठ नेताओं, मंत्रियों और विधायकों के पार्टी नेतृत्व और राज्य सरकार के खिलाफ खुलकर बोलने पर नाराजगी जताई।