पश्चिम बंगाल के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने नदिया जिले में एक जनसभा में यह कह कर विवाद छेड़ दिया था कि ‘सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों को भाजपा शासित राज्यों असम, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में में कुत्तों की तरह गोली मारी गई’। इस विवादास्पद बयान के दो दिनों बाद घोष ने एक और विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल अब देश-विरोधियों का गढ़ बन गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्य के दो दिवसीय दौरे के दौरान हुए विरोध-प्रदर्शन को लेकर उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधा। खड़गपुर में चाय पे चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल ऐसी जगह है जिसने देश को वंदे मातरम और जय हिंद जैसे नारे दिए। लेकिन अब यदि कोई यहां पाकिस्तान जिंदाबाद या हिंदुस्तान तेरे टुकड़े होंगे इंशाअल्लाह इंशाअल्लाह, तो यह स्पष्ट है कि यह जगह देशविरोधियों का अड्डा बन गया है।”
घोष ने आगे कहा, “जो लोग स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण (परमहंस) की भूमि में रहते हैं, उनके पास घुसपैठियों या रोहिंग्याओं को वापस जाने के लिए कहने की हिम्मत नहीं है, लेकिन सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करते हैं और प्रधानमंत्री को वापस जाने के लिए कहते हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उन लोगों का समर्थन कर रही हैं।”
‘बंगाल के लोगों को देश-विरोधी कहने’ के बयान की निंदा करते हुए तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्था चटर्जी ने कहा कि वह यहां के ‘सबसे बड़े माफिया’ हैं। उन्होंने कहा, “वह बोलने से पहले कभी नहीं सोचते। इससे उनकी परवरिश का पता चलता है। वह सोचते हैं कि वे इस देश के सबसे बड़े देशभक्त है। यह कुछ भी नहीं है, उनकी प्रतियोगिता अपनी ही पार्टी के उन नेताओं से है जो काफी गंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं। वे संयोगवश चुनाव (लोकसभा) जीत गए लेकिन वह यहां स्थायी नहीं हैं। ममता बनर्जी यहां स्थायी हैं।”
सीएए के समर्थन में नादिया जिले के रानाघाट में घोष ने रविवार को रैली को संबोधित किया था। यहां उन्होंने कहा था, “असम, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्यों में हमारी (भाजपा) सरकारों ने कुत्तों की तरह उन्हें (प्रदर्शनकारियों को) गोली मारी, उन्हें खींचकर ले जाया गया। तुम यहां आओगे, यहां खाओगे और यहां की सरकारी संपत्ति नष्ट करोगे? क्या यह किसी की जमींदारी है? हम तुम्हें लाठियों से मारेंगे, तुम्हें गोली मार देंगे और तुम्हें जेल में डाल देंगे। यही हमारी सरकार ने किया।”

