बंगाल की राजनीति में गवर्नर व सीएम के बीच चल रही तकरार नित नए आयाम लेती जा रही है। कभी राज्यपाल जगदीप धनखड़ सीएम ममता बनर्जी के कामकाज पर असंतोष जतातेत हुए अफसरों पर बरसते हैं तो कभी ममता सार्वजनिक मंचों से उन्हें चेतावनी देती दिखती हैं। ममता ने एक बार फिर राज्यपाल के कामकाज के तौर तरीकों से एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि अब वो राज्यपाल के ट्वीट भी नहीं पढ़ती हैं। यहां तक कि उन्होंने राज्यपाल धनखड़ को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया है।

ममता बनर्जी सोमवार को मीडिया को कोरोना से जुड़ूी पाबंदियों में ढील के बारे में जानकारी दे रही थीं। तभी उन्होंने राज्यपाल राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर भी गुस्सा निकाला। बनर्जी ने कहा कि एक ओर केंद्र सरकार पेगासस से निगरानी कर रही है तो दूसरी ओर राज्यपाल अपने स्तर से जासूसी करा रहे हैं। राज्यपाल ट्विटर पर कुछ भी लिखते हैं। अफसरों को बेसिरपैर की बातें कहते हैं। सीएम ने तल्ख लहजे में कहा कि राज्यपाल ऐसे व्यवहार करते हैं जैसे कि हम सब उनके गुलाम हैं।

ममता ने कहा कि उन्होंने कई बार राज्यपाल के कामकाज के तरीके की शिकायत केंद्र से की है। कई दफा पीएम को उनके बारे में पत्र लिखे हैं। उनको बताया है कि वह सुन नहीं रहे हैं। मैं उनके पास भी गई और उनसे बात की। हमें वो लगातार परेशान कर रहे हैं। उन्होंने कई फाइलों को दबाकर रखा है। वो सरकार के फैसलों पर टिप्पणी करते हैं। उनका रवैया ठीक नहीं है।

https://twitter.com/jdhankhar1/status/1488113939741167619?s=20&t=NiD25yjcfyW1zHqvSetTbg

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गौरतलब है कि जगदीप धनखड़ और ममता बनर्जी के बीच लंबे समय से टकराव बना हुआ है। राज्यपाल सरकार के कामकाज को लेकर मीडिया में बयान देते रहते हैं। हाल ही में उन्होंने अफसरों को चेतावनी देते हुए कहा था कि उन्हें पता नहीं है कि गवर्नर हाउस की पावर क्या है। इसको लेकर ममता बनर्जी की ओर से सख्त एतराज जताया जाता रहा है। ममता बनर्जी का कहना है कि जगदीप धनखड़ परंपराओं को तोड़ते हुए बयान देते हैं और सरकार की फाइलों को रोकते हैं।

हालांकि, ममता ने जो आज गवर्नर व केंद्र पर सरकार की जासूसी का आरोप लगाया है उससे कुछ घंटे पहले ही बीजेपी के बंगाल चीफ सुकांत मजूमदार ने सरकार पर ये आरोप जड़ा था। उनका कहना था कि सरकार उनकी जासूसी करा रही है। उधर, ममता की प्रेस वार्ता के तुरंत बाद राज्यपाल ने ट्विटर पर पोस्ट कर सरकार को अपनी संवैधानिक शक्तियां बताईं।