देश के कई राज्यों में लगातार बारिश की वजह से आम जनजीवन बदहाल बना हुआ है। महाराष्ट्र में हफ्तेभर से यह सिलसिला जारी है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले चार दिन तक वहां जोरदार बारिश होने की संभावना है। आईएमडी ने यहां के लिए आरेंज अलर्ट जारी कर लोगों से सावधानी बरतने की चेतावनी दी है। मुंबई, पुणे, कोल्हापुर आदि शहरों तेज बारिश से सड़कों पर बाढ़ जैसे नजारे हैं। कोल्हापुर के शिरोल तहसील के नरसिंहवाड़ी में बाढ़ का पानी घरों में घुस गया है। लोगों को इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मुंबई और कोंकण इलाकों में जलभराव हो रहा है। अधिकारियों ने निचले इलाकों में संभावित बाढ़ के लिए चेतावनी जारी की है। इस बीच कश्मीर में लू चल रही है। ठंडे प्रदेश में इस मौसम में लू चलने और गर्मी पड़ने से स्कूल-कालेजों में दो दिनों की छुट्टी घोषित कर दिया गया है।

उत्तराखंड में भी माहौल बिगड़ा, बढ़ी परेशानी

इसी तरह उत्तराखंड के कई शहरों में अगले कुछ दिनों तक तेज से बहुत तेज बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने इसका अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड उधमसिंह नगर, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी आदि शहरों में कुछ दिनों तक लगातार बारिश का माहौल बना रहेगा।

हिमाचल प्रदेश में भी बारिश ने लोगों का बुरा हाल कर दिया है। वहां इन दिनों जमकर बारिश हो रही है। राज्य में तेज बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है और सड़कें बंद हो गई हैं। राज्य में बुनियादी ढांचे को नुकसान हो रहा है। पर्यटकों और निवासियों के लिए यात्रा संबंधी सलाह जारी की गई है।

राजस्थान में मानसून की सक्रियता के चलते रविवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। जयपुर, कोटा, और पाली जिलों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश दर्ज की गई। जयपुर मौसम केद्र के अनुसार, रविवार सुबह से शाम साढे पांच बजे तक कोटा में 26.3 मिलीमीटर (मिमी), जयपुर में सात मिमी तथा जालोर में 4.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। केन्द्र के प्रवक्ता ने बताया कि पिछले 24 घंटे में पूर्वी राजस्थान में अधिकतर स्थानों पर व पश्चिमी राजस्थान में कुछ स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई।

उन्होंने बताया कि इस अवधि में अजमेर, भीलवाड़ा, बारां, झालावाड़, कोटा, चित्तौड़गढ़ व सवाईमाधोपुर जिले में कहीं-कहीं भारी वर्षा तथा भीलवाड़ा जिले में कहीं कहीं अति भारी वर्षा दर्ज की गयी है। केन्द्र के अनुसार, इस दौरान सबसे ज्यादा 127 मिमी बारिश पूर्वी राजस्थान में भीलवाड़ा के कोटड़ी में दर्ज की गई जबकि पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर के कोलायत में 55 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। कोटा में तेज बारिश होने और मध्य प्रदेश से पानी आने के बाद चंबल नदी का जलस्तर बढ़ गया। इसे देखते हुए प्रशासन ने कोटा में बैराज बांध के छह द्वार को खोलकर पानी की निकासी की। वहीं झालावाड़ में कालीसिंध बांध का द्वार खोलकर बांध से पानी की निकासी की गई।