Weather Today Highlights: राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार सुबह आकाश में बादल छाए रहे और मौसम विभाग ने शहर में हल्की बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस से कम रहने की संभावना है। विभाग ने बुधवार और शनिवार के बीच मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि मॉनसून की अक्षरेखा उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है और मंगलवार शाम से शुक्रवार तक दिल्ली-एनसीआर के करीब बनी रहेगी। इसके कारण अरब सागर से आने वाली दक्षिण-पश्चिमी हवाओं और बंगाल की खाड़ी से आने वाली पूर्वी हवाओं का उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर मिलन हो सकता है.।
बिहार, राजस्थान समेत देशभर के कई इलाकों में बारिश का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने कुछ बड़े राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। केंद्रीय जल आयोग ने बाढ़ का पूर्वानुमान जारी करते हुए कुछ इलाकों में 6 घंटे के भीतर हालात खराब होने की बात कही है। वहीं, राजधानी दिल्ली में यमुना नदीं सोमवार को खतरे के निशान को पार कर गई। वहीं, बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से अगले तीन दिनों में राज्य में गंगा नदी के मैदानी हिस्से में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग की तरफ से पूर्वानुमान में यह जानकारी दी गई है। विभाग ने कहा कि कम दबाव के क्षेत्र के अगले कुछ दिनों में और गहरा होने का अनुमान है।
गुजरात के कई इलाकों में रविवार को मूसलाधार बारिश के कारण नदियां उफान पर रहीं और 100 से अधिक बांधों को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया, वहीं बिहार में शनिवार से किसी नये इलाके में बाढ़ का प्रकोप सामने नहीं आया लेकिन राज्य में इस आपदा से हालात गंभीर हैं।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। राज्य में 25 से लेकर 28 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। 26 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
चमोली जिले के तहसील पोखरी क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाले ताली अंसारी गांव में तड़के करीब तीन बजे बादल फट गया। इससे मकान के ऊपर भूस्खलन हो गया। इसमें सड़क बना रही कंपनी के अवर अभियंता की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए।
उत्तर-पश्चिम भारत में विभिन्न स्थानों पर भारी-से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा,“बुधवार रात से शुक्रवार दोपहर तक आंधी के साथ मध्यम बारिश होने की संभावना तथा कहीं-कहीं भारी बारिश होने की आशंका है।” अब तक दिल्ली में अगस्त में 213.3 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी है जो कि अगस्त में सामान्य 210.6 मिमी की बारिश की अपेक्षा ज्यादा है।
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर मंगलवार को सुबह 10 बजे 204 मीटर दर्ज किया गया, जो कि चेतावनी के स्तर 204.50 मीटर के बेहद करीब है। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हरियाणा के यमुनानगर जिले के हथिनीकुंड कुंड बैराज से सुबह 10 बजे नदी में 7,418 क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड (क्यूसेक) की दर से पानी छोड़ा जा रहा है। एक क्यूसेक 28.317 लीटर प्रति सेकेंड के बराबर होता है। अधिकारी ने बताया कि सुबह आठ बजे और नौ बजे भी बहाव दर यही था।
कच्छ जिले के अब्दासा तालुका और राजकोट के गोंडल में सुबह छह बजे से 12 घंटे में 179 मिलीमीटर बारिश हुई। देवभूमि द्वारका जिले में भनवाद और जामनगर जिले के जाम जोधपुर में 12 घंटे की अवधि में 165 मिमी बारिश हुई। इसी तरह, कच्छ के लखपत में 129 मिलीमीटर बारिश हुई, इसके बाद पाटन में संतालपुर में 100 मिलीमीटर बारिश हुई।
मौसम विभाग के अनुसार पूर्वी राजस्थान में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके अब पश्चिमी राजस्थान की ओर बढ़ने की संभावना है। इसका प्रभाव पूर्वी राजस्थान में 25 अगस्त से कम होगा, जबकि पश्चिमी राजस्थान में इसके अभी तीन चार दिन और बने रहने की संभावना है यानी बारिश होती रहेगी।
मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना, झारग्राम, हावड़ा, हुगली, बांकुरा और बीरभूम जिलों में सोमवार से भारी वर्षा होने की संभावना है जबकि गंगा के अन्य मैदानी हिस्से में गरज के साथ बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के कारण मछुआरों को अगले तीन दिनों तक तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। पिछले सप्ताह हुयी भारी बारिश के कारण पहले से ही क्षेत्र की कई नदियां उफान पर हैं और तटीय जिलों में रहने वाले लोग बाढ़ की आशंका से घिरे हैं।
उत्तराखंड के चमोली जिले में मंगलवार तडके एक पंचायत घर के भूस्खलन की चपेट में आने से एक कनिष्ठ अभियंता की मौत हो गई और पांच अन्य व्यक्ति घायल हो गए । चमोली के पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, पोखरी क्षेत्र के ताली अंसारी गांव में हुई इस घटना के घायलों को पोखरी के सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए भर्ती किया गया है। तड़के करीब तीन बजे भारी बारिश के चलते पहाड़ी से अचानक भूस्खलन होने लगा और उसकी चपेट में आकर पंचायत घर क्षतिग्रस्त हो गया। पंचायत घर में रह रहे एक निर्माण कंपनी के कनिष्ठ अभियंता तथा ड्राइवर और मजदूर इसकी चपेट में आ गए।
मौसम विभाग ने बताया कि इस महीने बंगाल की खाड़ी में पांचवीं बार कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे पहले 4, 9, 13 और 19 अगस्त को भी कम दबाव का क्षेत्र बना था, जिसके चलते ओडिशा के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई थी और बीते सप्ताह कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे।
गुजरात में कई नदियां ऊफान पर हैं और अहमदाबाद, मेहसाणा एवं साबरकांठा जिलों में 1900 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। गुजरात में इस मौसम में सोमवार सुबह तक 102 फीसद से अधिक वर्षा हई है। राज्य में वर्षाजनित घटनाओं में नौ लोगों की जान चली गयी है। राज्य में मंगलवार तक वर्षा होने की संभावना है।
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है। आगामी 26 अगस्त को भी राज्य के अनेक स्थानों पर वर्षा होने की सम्भावना है। इससे पहले उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान कहीं-कहीं तेज और भारी बारिश हुई, जबकि पश्चिमी हिस्से के अनेक इलाकों में बारिश हुई।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आकाश में बादल छाए रहे और तापमान नियंत्रण में रहा। विभाग ने यहां बुधवार और रविवार के बीच भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। इससे राष्ट्रीय राजधानी के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है क्योंकि यमुना नदी में सेामवार को ही जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया था। पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के बाद हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में 5883 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था।
गुजरात में सोमवार को लगातार वर्षा एवं बाढ़ से नदियां उफान पर रहीं तथा नौ लोगों की जान चली गयी एवं 1900 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों, बंगाल और ओडिशा में वर्षा का अनुमान व्यक्त किया है।
उत्तरी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से ओडिशा के अधिकतर भागों में बृहस्पतिवार तक भारी बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभग ने यह जानकारी दी। विभाग ने बताया कि इस महीने बंगाल की खाड़ी में पांचवी बार कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे पहले 4, 9, 13 और 19 अगस्त को भी कम दबाव का क्षेत्र बना था, जिसके चलते राज्य के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई थी और बीते सप्ताह कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे।
मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार और रविवार के बीच मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताया है। अब तक दिल्ली में अगस्त में 213 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी है जो कि अगस्त में सामान्य 207 मिमी की बारिश की अपेक्षा ज्यादा है। राष्ट्रीय राजधानी में मानसून मौसम की शुरुआत यानी एक जून से अब तक 531 मिमी बारिश हुई है जो कि इस अवधि में सामान्य 482 मिमी बारिश से ज्यादा है।
गुजरात में सोमवार को लगातार वर्षा एवं बाढ़ से नदियां उफान पर रहीं तथा नौ लोगों की जान चली गयी एवं 1900 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों, बंगाल और ओडिशा में वर्षा का अनुमान व्यक्त किया है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आकाश में बादल छाए रहे और तापमान नियंत्रण में रहा। विभाग ने यहां बुधवार और रविवार के बीच भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है। इससे राष्ट्रीय राजधानी के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है क्योंकि यमुना नदी में सोमवार को ही जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया था। पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के बाद हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में 5883 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था।
गुजरात में कई नदियां ऊफान पर हैं और अहमदाबाद, मेहसाणा एवं साबरकांठा जिलों में 1900 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। गुजरात में इस मौसम में सोमवार सुबह तक 102 फीसद से अधिक वर्षा हई है। राज्य में वर्षाजनित घटनाओं में नौ लोगों की जान चली गयी है। राज्य में मंगलवार तक वर्षा होने की संभावना है।
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से अगले तीन दिनों में राज्य में गंगा नदी के मैदानी हिस्से में भारी बारिश हो सकती है। विभाग ने कहा कि कम दबाव के क्षेत्र के अगले कुछ दिनों में और गहरा होने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना, झारग्राम, हावड़ा, हुगली, बांकुरा और बीरभूम जिलों में सोमवार से भारी वर्षा होने की संभावना है जबकि गंगा के अन्य मैदानी हिस्से में गरज के साथ बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के कारण मछुआरों को अगले तीन दिनों तक तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। पिछले सप्ताह हुयी भारी बारिश के कारण पहले से ही क्षेत्र की कई नदियां उफान पर हैं और तटीय जिलों में रहने वाले लोग बाढ़ की आशंका से घिरे हैं।
दक्षिण-पश्चिम मानसून के फिर सक्रिय हो जाने के कारण बिहार में फिर जगह-जगह बारिश हो रही है। अगले एक-दो दिनों तक ऐसे हालात रह सकते हैं। सोमवार को पटना सहित कई स्थानों पर सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। कई जगह बारिश भी हो रही है। आज तापमान में गिरावट की उम्मीद है। राजधानी पटना में भी बारिश तथा तापमान में गिरावट की उम्मीद है।
दिल्ली-एनसीआर एक बार फिर झमाझम बारिश से सराबोर होने वाला है, लेकिन इसके लिए 24 घंटे से अधिक का इंतजार करना पड़ेगा। मौसम विज्ञानी डॉ. महेश पलावत का कहना है कि अगले दो दिन बूंदाबांदी के आसार हैं। 26 अगस्त से तेज बारिश की संभावना है।
ओडिशा में बीते कुछ दिनों से जारी मानसूनी बारिश के कारण जगह-जगह पानी भर गया है जिससे लोगों को काफी मुश्किलों का समाना करना पड़ रहा है। बंगाल की खाड़ी में 23 अगस्त को कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद मौसम विभाग ने शनिवार को राज्य के तटीय जिलों में 24 व 26 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी। मौसम विभाग के अनुसार 24 अगस्त को बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, केन्द्रापड़ा, जगतसिंहपुर, कटक, मयूरभंज, केन्दुझर एवं ढेंकानाल जिले में कुछ जगहों पर भारी से भारी बारिश होगी।
मौसम एक बार फिर अपना मिजाज एक बार फिर बदलने लगा है। पिछले दिनों की बारिश ने लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत दी थी। अभी रविवार की रात में ही बारिश हुई लेकिन सुबह से आसमान पर बादल तो थे लेकिन गहरे नहीं। छिटपुट बादल सूरज के तेवर को रोकने का प्रयास तो कर रहे हैं लेकिन कामयाब नहीं हो रहे। धूप खिलने से उमस भरी गर्मी भी अपना एक बार फिर रंग दिखाने लगी है। हालांकि सूर्य और बादलों की लुका-छिपी भी चल रही है।
गुजरात के 108 जलाशय लबालब पानी से भर जाने के बाद हाई अलर्ट पर हैं, जबकि 31 जलाशय के लिए अलर्ट जारी किया गया है। आगामी दो दिन तक उत्तर गुजरात, कच्छ व सौराष्ट्र में भारा बारिश की चेतावनी के कारण मुख्यसचिव मुकीम ने रविवार को राहत एवं बचाव कार्यों से जुड़े आला अधिकारियों की बैठक कर हालात का जायजा लिया। राहत आयुक्त डॉ हर्षद पटेल के अनुसार ने मौसम विभाग ने कच्छ-सौराष्ट्र व उत्तर गुजरात के बनासकांठा, साबरकांठा, पाटण, मेहसाणा, गांधीनगर, मोरबी, अहमदाबाद, महिसागर, खेडा, पंचमहाल, द्वारका, राजकोट, जूनागढ, जामनगर, पोरबंदर सहित कच्छ जिल में 24 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी दी है।
गुजरात में मानसून ने अपना असर दिखाना शुरु कर दिया है, पिछले कुछ दिनों से जारी बारिश के कारण लोगों का जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है। सुरेन्द्रनगर में भारी वर्षा अभी भी जारी है। भारी बारिश के कारण अहमदाबाद के घाटलोदिया क्षेत्र समेत कई इलाकों में जलभराव की समस्या पैदा हो गयी है। राजकोट जिले के गोंडल शहर में स्थित BAPS स्वामीनारायण मंदिर का हिस्सा, क्षेत्र में भारी बारिश के बाद गहरे पानी में डूब गया हैै।
दक्षिण-पश्चिम मानसून के फिर सक्रिय हो जाने के कारण बिहार में फिर जगह-जगह बारिश हो रही है। अगले एक-दो दिनों तक ऐसे हालात रह सकते हैं। सोमवार को पटना सहित कई स्थानों पर सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। कई जगह बारिश भी हो रही है। आज तापमान में गिरावट की उम्मीद है। राजधानी पटना में भी बारिश तथा तापमान में गिरावट की उम्मीद है।
दिल्ली-NCR के साथ-साथ हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, नूंह और रेवाड़ी में हल्की बारिश होने के आसार हैं। इसके अलावा, मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आस-पास बना रहने का अनुमान है, जिससे गर्मी और उमस से राहत मिलती रहेगी। इस बीच मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के मुताबिक, दक्षिण दिल्ली के साथ दादरी और कोसली में बारिश होने के आसार हैं।
दिल्ली-एनसीआर एक बार फिर झमाझम बारिश से सराबोर होने वाला है, लेकिन इसके लिए 24 घंटे से अधिक का इंतजार करना पड़ेगा। मौसम विज्ञानी डॉ. महेश पलावत का कहना है कि अगले दो दिन बूंदाबांदी के आसार हैं। 26 अगस्त से तेज बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से अगले तीन दिनों में राज्य में गंगा नदी के मैदानी हिस्से में भारी बारिश हो सकती है। विभाग ने कहा कि कम दबाव के क्षेत्र के अगले कुछ दिनों में और गहरा होने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी और पश्चिमी मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना, झारग्राम, हावड़ा, हुगली, बांकुरा और बीरभूम जिलों में सोमवार से भारी वर्षा होने की संभावना है जबकि गंगा के अन्य मैदानी हिस्से में गरज के साथ बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के कारण मछुआरों को अगले तीन दिनों तक तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। पिछले सप्ताह हुयी भारी बारिश के कारण पहले से ही क्षेत्र की कई नदियां उफान पर हैं और तटीय जिलों में रहने वाले लोग बाढ़ की आशंका से घिरे हैं।
टिहरी में ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भारी मलबा आने से नरेंद्रनगर में अवरुद्ध है। बीती रात कुमारखेड़ा के समीप रोड कटिंग का कार्य किया जा रहा था। इस दौरान पहाड़ खिसकने के कारण चट्टान रोड में गिर जाने के कारण सड़क बन्द हो गई। अभी रोड खुलने के कोई आसार नहीं है।
उत्तराखंड में दो दिन राहत के बाद मौसम ने फिर करवट बदली है। सोमवार दोपहर बाद पहाड़ से मैदान तक रुक-रुक कर बारिश हो रही है। देहरादून में भी अचानक बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार बारिश का यह सिलसिला तेजी पकड़ेगा। इस दौरान पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ ही कहीं-कहीं आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है।
गुजरात में भारी बारिश के कारण अहमदाबाद के घाटलोदिया क्षेत्र समेत कई इलाकों में जलभराव हो गया है। राजकोट जिले के गोंडल शहर में स्थित BAPS स्वामीनारायण मंदिर का हिस्सा, क्षेत्र में भारी बारिश के बाद गहरे पानी में डूब गया है। कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की टीम को तैनात कर दिया गया है।
अब तक दिल्ली में अगस्त में 213 मिमी बारिश दर्ज हो चुकी है जो कि अगस्त में सामान्य 207 मिमी की बारिश की अपेक्षा ज्यादा है। राष्ट्रीय राजधानी में मानसून मौसम की शुरुआत यानी एक जून से अब तक 531 मिमी बारिश हुई है जो कि इस अवधि में सामान्य 482 मिमी बारिश से ज्यादा है।
ओडिशा में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार 24 अगस्त को बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, केन्द्रापड़ा, जगतसिंहपुर, कटक, मयूरभंज, केन्दुझर एवं ढेंकानाल जिले में कुछ जगहों पर भारी से भारी बारिश होगी। इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया था। इस दौरान कालाहांडी, कंधमाल, सुन्दरगड़, अनुगुल, सम्बलपुर, मालकानगिरी, कोरापुट, देवगड़ एवं नवरंगपुर जिले में भी भारी बारिश होने की पूरी संभावना है। राज्य की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार सुबह से ही बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अगले चार दिन तक के लिए भारी बारिश के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के चार जिलों ऊना, बिलासपुर, कांगड़ा और सोलन में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विशेषज्ञों ने इन चार जिलों के लिए अलर्ट भी जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार सुबह से ही बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अगले चार दिन तक के लिए भारी बारिश के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश के चार जिलों ऊना, बिलासपुर, कांगड़ा और सोलन में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विशेषज्ञों ने इन चार जिलों के लिए अलर्ट भी जारी किया है।
उत्तराखंड में आज कई स्थानों पर हल्की से भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले दिनों से हो रुक-रुक कर हो रही बारिश सोमवार से बारिश का यह सिलसिला तेजी पकड़ेगा। इस दौरान पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश के साथ ही कहीं-कहीं आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है।
टिहरी में ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भारी मलबा आने से नरेंद्रनगर में अवरुद्ध है। बीती रात कुमारखेड़ा के समीप रोड बनाने का कार्य किया जा रहा था। इस दौरान पहाड़ खिसकने के कारण चट्टान रोड में गिर जाने के कारण सड़क पर आवाजाही रुक गई है। अभी रोड खुलने के कोई आसार नहीं है।
बिहार में दक्षिण-पश्चिम मानसून के फिर सक्रिय हो जाने के कारण फिर जगह-जगह बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में अगले एक-दो दिनों तक ऐसे हालात रह सकते हैं। सोमवार को राजधानी पटना सहित कई स्थानों पर सुबह से ही बादल छाए हुए हैं। कई जगह बारिश भी हो रही है।