छत्तीसगढ़, ओडिशा, पूर्वी व दक्षिणी मध्य प्रदेश, और महाराष्ट्र में अधिकांश स्थानों पर आज मौसम सक्रिय रहेगा। इन भागों में कई जगहों पर हल्की मध्यम और कई स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, गोवा में भी अच्छी बारिश होने का पूर्वानुमान है। दक्षिणी मध्य प्रदेश में भारी बारिश नहीं होगी मगर हल्की बारिश हो सकती है। गुजरात के पूर्वी और दक्षिणी तटीय भागों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी। हालांकि बारिश पहले की तरह नहीं होगी इसमें कमी आएगी।
राजस्थान में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। राज्य के उत्तर-पश्चिम में कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा रिकॉर्ड किया जा रहा है। अगले दो-तीन दिनों तक यहां मौसम ऐसा रहने का अनुमान है। मौसम से जुड़ी जानकारी देने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक पूर्वी हवाओं की वजह से दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में गर्मी काफी अधिक होगी और उमस भी काफी बढ़ गई है।
हालांकि पूर्वी हवाओं के चलते कुछ इलाकों में अचानक गरज वाले बादल दस्तक दे सकते हैं। धूल भरी आंधी भी चल सकती है। इधर पहाड़ी क्षेत्रों में अब पश्चिम विक्षोभ नहीं है, जिसके चलते जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अधिकांश जगहों पर मौसम साप रहेगा।।
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मानसून-पूर्व वर्षा के समयपूर्व शुरू होने के साथ ही हाथियों का ऊंचाई वाले इलाकों में पलायन शुरू हो गया है। उत्तराखंड के वन अधिकारियों के मुताबिक इस बार यह पलायन सामान्य समय से पहले हो रहा है। अधिकारियों ने बताया कि इससे यह शोध पुख्ता हुआ है कि ये जानवर चारे और जल उपलब्धता में होने वाले बदलाव के प्रति तेजी से प्रतिक्रिया करते हैं। उन्होंने कहा, मानसून पूर्व बारिश से मच्छरों और मधुमक्खियों का हमला भी बढ़ जाता है, जिससे हाथी बहुत अधिक परेशान हो जाते हैं। इसलिए इनसे बचने के लिए वे ऊंचाई वाले स्थानों पर चले जाते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक मानसून के दौरान जब आर्द्रता बहुत अधित होती है तब मधुक्खियां बहुत आक्रमक हो जाती हैं।
दिल्ली तथा आसपास के इलाकों के लिए मौसम विभाग ने जो अनुमान जताया है उसके मुताबिक 16 जून तक क्षेत्र में लू चलने की संभावना नहीं है। राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में सोमवार को पारा 43 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। तापमान अगले तीन से चार दिन तक 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक बने रहने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि अगले तीन से चार दिन के बाद हल्की बारिश होने पर गर्मी से राहत मिल सकती है।
दिल्ली तथा आसपास के इलाकों के लिए मौसम विभाग ने जो अनुमान जताया है उसके मुताबिक 16 जून तक क्षेत्र में लू चलने की संभावना नहीं है। राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में सोमवार को पारा 43 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। तापमान अगले तीन से चार दिन तक 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक बने रहने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि अगले तीन से चार दिन के बाद हल्की बारिश होने पर गर्मी से राहत मिल सकती है।
ताजिकिस्तान के दुशांबे के 341 किमी पूर्वी-दक्षिणीपूर्व में आज सुबह 7:00 बजे रिक्टर स्केल पर 6.8 की तीव्रता पर भूकंप आया: नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी
उत्तराखंड के मौसम विभाग ने बताया कि 18 और 19 जून को राज्य के देहरादून, नैनीताल, टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिलों में भारी वर्षा की उम्मीद है। इसके अलावा आज और कल नैनीताल और पिथौरागढ़ जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने की उम्मीद है।
मौसम विभाग ने मंगलवार को बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, चुरू व श्रीगंगानगर जिले में कहीं कहीं लू यानी गर्म हवाएं चलने की चेतावनी दी है। वहीं अलवर, अजमेर, बांसवाड़ा, बारां, बूंदी, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, दौसा, डूंगरपुर, झालावाड़ व जयपुर सहित कई जिलों में अनेक जगह बादल छाए रहने व तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया है। विभाग के मुताबिक अगले कम से कम 24 घंटे तक लू चलने का अनुमान है।
मानसून पूरे महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ तथा गुजरात के कुछ हिस्सों में छा चुका है। रायुपर मौसम विभाग केंद्र के मौसम विज्ञानी एच.पी. चंद्रा ने बताया कि आमतौर पर मानसून छत्तीसगढ़ में जून के तीसरे हफ्ते में आता है लेकिन इस बार यह एक हफ्ता पहले आ गया। बीते दो दिन रायपुर तथा कई अन्य इलाकों में अच्छी बारिश हुई है। पिछले हफ्ते उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बरसात हुई थी और करीब एक पखवाड़े तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम बना रहा।
उत्तर भारत में लगभग दो हफ्ते की राहत के बाद तापमान फिर से बढ़ने लगा। राजस्थान के कई जिलों में आगामी चौबीस घंटे में लू यानी गर्म हवाएं चलने की चेतावनी दी गयी है जहां सोमवार को दिन का अधिकतम तापमान बीकानेर में सबसे अधिक 46.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञानियों ने बताया कि अगले तीन से चार दिन तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक बना रह सकता है, उसके बाद हल्की बारिश होने पर गर्मी से राहत मिल सकती है।
मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय के मुताबिक यह वायुमंडलीय परिस्थितियां सोमवार से पूर्वी उत्तर प्रदेश में तेज हवा के बीच गरज-चमक के साथ बारिश की वजह बन सकती हैं। मानसूनी बारिश का यह सिलसिला रुक-रुक कर 20 जून तक जारी रह सकता है।
केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर में इस बार माॅनसून जल्द पहुंचने की उम्मीद है। मौसम विज्ञान विभाग ने भविष्यवाणी की है कि इस बार मॉनसून 25 जून से 28 जून के बीच कभी भी पहुंच सकता है। यही नहीं इस माॅनसून में बारिश भी पहले से अच्छी होगी। मौसम विभाग के विज्ञानिकों ने का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने कुछ दिन पहले ही महाराष्ट्र में दस्तक दी और फिर पूरे राज्य में फैल गया।
जलवायु परिवर्तन का देश पर प्रभाव से संबंधित एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक इस सदी के अंत तक भारत के औसत तापमान में 4.4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के साथ ही लू की तीव्रता तीन से चार गुना बढ़ जाने का पूर्वानुमान है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक 1901 से लेकर 2018 के दौरान भारत के औसत तापमान में 0.7 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है। इसकी मुख्य वजह ग्रीन हाउस गैसों की वजह से बढ़ी गर्मी है।
मौसम विभाग के मुताबिक राजस्थान में मंगलवार को बीकानेर, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, चुरू व श्रीगंगानगर जिले में कहीं कहीं लू यानी गर्म हवाएं चलने की आशंका है। वहीं अलवर, अजमेर, बांसवाड़ा, बारां, बूंदी, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, दौसा, डूंगरपुर, झालावाड़ व जयपुर सहित कई जिलों में अनेक जगह बादल छाए रहने व तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने बताया कि यूपी समेत उत्तर भारत में 16 जून को 30 से 40 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। कुछ हिस्सों में बारिश भी हो सकती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कहीं कहीं जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर 17 और 18 जून को बारिश की उम्मीद है।
दिल्ली के कई इलाकों में सोमवार को आर्द्रता का स्तर 35 से 73 फीसदी के बीच रहा। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि अगले तीन से चार दिन तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक बना रह सकता है, उसके बाद हल्की बारिश होने पर गर्मी से राहत मिल सकती है।
दिल्ली में मौसम विभाग ने बताया कि मंगलवार को आसमान में बादल छाए रह सकते हैं। अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रह सकता है।
उत्तराखंड CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य के सभी जिलों को COVID19 महामारी के मद्देनजर दूसरे राज्यों से लौट रहे प्रवासियों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए कुल 110 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है।
राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में सोमवार को पारा 43 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। तापमान अगले तीन से चार दिन तक 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक बने रहने की संभावना है। सफदरजंग वेधशाला में अधिकतम तापमान 41.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है। पालम और पूसा में अधितकम तापमान क्रमश: 43.2 डिग्री और 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आर्द्रता का स्तर 35 से 73 फीसदी के बीच रहा। मौसम विभाग ने बताया कि मंगलवार को आसमान में बादल छाए रह सकते हैं। अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रह सकता है। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि अगले तीन से चार दिन तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक बना रह सकता है, उसके बाद हल्की बारिश होने पर गर्मी से राहत मिल सकती है।
देहरादून, हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर के साथ ही पिथौरागढ़, चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी के कई क्षेत्रों में बौछारें पड़ीं। हालांकि, दून में दिनभर बारिश की संभावना के बीच उमस बनी रही। जबकि, मसूरी में सुबह और शाम को बौछारें पड़ीं।
दून समेत पूरे उत्तराखंड में बारिश और तेज हवाओं का सिलसिला जारी है। पहाड़ से लेकर मैदान तक कई जगह हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार पर्वतीय क्षेत्र में भारी बारिश की आशंका है। इसके लिए चेतावनी भी जारी कर दी गई है। जबकि, दून में 18 जून तक मौसम के मिजाज ऐसे ही बने रहेंगे।
मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में छिटपुट बरसात शुरू हो सकती है। धीरे-धीरे मानसून आगे बढ़ता जाएगा, जिससे उत्तर प्रदेश के मध्य व पश्चिम भाग भी कवर होंगे। हवा में नमी है, जिससे अचानक बादल विकसित हो सकते हैं। दिल्ली, एनसीआर व हरियाणा के मैदानी भागों में धूलभरी आंधी व गर्जना के साथ बूंदाबांदी की संभावनाए हैं।
इस बार मानसून में अच्छी प्रगति देखने को मिल रही है। पहले 14 दिन में मानसून की रफ्तार ठीक रही है और प्रदर्शन भी अच्छा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून मुंबई में दस्तक दे चुका है। पिछले साल यहां पर मानसून 15 दिन की देरी से यानि 25 जून को पहुंचा था। अब मानसून उत्त्तर-पूर्वी दिशा में आगे बढ़ रहा है।
उत्तर प्रदेश में 16-17 जून तक मानसून दस्तक दे सकता है। सोमवार को पूरे दिन आसमान में बादल डेरा डाले रहे। कुछ स्थानों हल्की बारिश भी हुई। बादलों और धूप की जोर आजमाइश से गोरखपुर और आसपास के क्षेत्र में हीट इंडेक्स बढ़ा रहा। ऐसे में 35.6 डिग्री सेल्सियस तापमान पर भी लोगों को 44-45 डिग्री सेल्सियस के तापमान का अहसास हुआ।
राजस्थान से उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश और दक्षिणी उत्तर प्रदेश से होते हुए ओडिशा तक एक निम्न वायुदाब क्षेत्र बना हुआ है। लगातार चल रहीं पुरवा हवाएं पूर्वी उत्तर प्रदेश तक निरंतर नमी पहुंचाने का काम कर रही हैं। उधर, बिहार के पटना-भागलपुर तक मानसून की दस्तक हो चुका है।
दिल्ली सरकार ने प्राइवेट और सरकारी लैब्स को एक आदेश जारी किया है जिसमें उन्हें अपनी पूरी क्षमता के साथ काम करने और covid19 टेस्टिंग बढ़ाने के लिए कहा गया है। आदेशानुसार प्राइवेट लैब्स को 48 घंटे के भीतर रिजल्ट देने होंगे।
बंगाल के कई जिलों में एम्फन के कारण दर्जनों तटबंध टूट चुका है। इन तटबंधों की अब तक मरम्मत भी नहीं हो पाई है। ऐसे में मानसून सीजन में प्रभावित इलाके के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इधर, राज्य सरकार का कहना है कि टूटे हुए तटबंधों की मरम्मत उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता में है। इसकी मरम्मत का काम भी कई जगहों पर जारी है।
पिछले महीने आए चक्रवाती तूफान एम्फन ने बंगाल के 8 जिलों में भारी तबाही मचाई मचाई थी। अभी बंगाल चक्रवाती तूफान एम्फन के कहर से उभरा भी नहीं था कि अब खबर आ रही है कि बंगाल में आने वाले समय में बाढ़ आ सकती है और इससे मुसीबत और बढ़ सकती है। बंगाल में 2 दिन पहले मानसून के प्रवेश के साथ बारिश भी जारी है। आने वाले दिनों में बारिश की रफ्तार और बढ़ने एवं बाढ़ आदि के चलते इस बार मुसीबत और बढ़ सकती है।
भीषण उमस से जूझ रही उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार को मौसम ने करवट ले ली है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि दोपहर तक लखनऊ और आसपास के इलाकों में आंधी और गरज चमक के साथ बारिश होगी।
मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में छिटपुट बरसात शुरू हो सकती है। धीरे-धीरे मानसून आगे बढ़ता जाएगा, जिससे उत्तर प्रदेश के मध्य व पश्चिम भाग भी कवर होंगे। हवा में नमी है, जिससे अचानक बादल विकसित हो सकते हैं। दिल्ली, एनसीआर व हरियाणा के मैदानी भागों में धूलभरी आंधी व गर्जना के साथ बूंदाबांदी की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता। लेकिन यह बहुत सीमित क्षेत्र हो सकते हैं, जहां पर यह गतिविधियां हो सकती हैं।
दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं, तो अगले चार दिन गर्मी और उमस झेलने के लिए तैयार रहिए। आज पारा 41 के पार जा पहुंचा है। मौसम विभाग के मुताबिक तापमान 18 जून तक 40 डिग्री से अधिक बना रहेगा। 19 जून को बूंदाबांदी और आंधी के साथ तापमान कुछ कम होने की संभावना है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने राजधानी पटना में दस्तक दे दी है, इसके साथ ही राज्य के गया, पूर्णिया एवं भागलपुर सहित कई जिलों में रविवार को अच्छी बारिश हुई और आज भी कई जिलों में आंधी-तूफान के साथ बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है। सोमवार को सासाराम जिले में बारिश के दौरान वज्रपात से दो लोगों की मौत हो गई है।
जम्मू-कश्मीर में सोमवार तड़के 3.2 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। अधिकारियों ने बताया कि इससे किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि यह भूकंप सुबह चार बजकर 36 मिनट पर आया और यह पांच किलोमीटर की गहराई पर था। साथ ही उन्होंने बताया कि भूकंप के कारण किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
मौसम जानकारों के मुताबिक, मानसून दक्षिण भारत में दस्तक दे चुका है और अब धीमी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। जून के अंत तक मानसून दिल्ली एनसीआर पहुंच सकता है। इस बीच लोगों को भीषण गर्मी और उमस का सामना करना पड़ेगा। बीच-बीच में हल्की बारिश की संभावना भी है। गुजरात में पांच दिन भारी बारिश की आशंका जाहिर की गई है। गुजरात में कुछ ही घंटों में मानसून पहुंच जाएगा।
बिहार के उत्तर-पूर्वी जिले अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, पूर्णिया, सहरसा आदि में बारिश हो सकती है। इससे पहले पटना में रविवार सुबह से बादल छाए हैं। मौसम विभाग ने बिहार के कई जिलों में तेज हवा के कारण आंधी-तूफान की आशंका व्यक्त की है। वहीं, मानसून पूरे महाराष्ट्र में सक्रिय हो गया है। मानसून देश के दक्षिणी राज्यों में पहुंच चुका है, जिसके बाद वहां बारिश का दौर जारी है। दक्षिण भारत और गोवा को पार कर अब मानसून महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा के अधिकांश हिस्सों में पहुंच चुका है और अगले 24 घंटे में इसके पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, ओडिशा के कुछ हिस्सों में पहुंचने के आसार हैं। इसके चलते आज पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, ओडिशा के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के दक्षिण पूर्वी इलाकों, तटीय कर्नाटक, कोंकण गोवा और गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार पूरे बिहार में अगले पांच दिनों तक बारिश व आंधी-तूफान के आसार हैं। इनमें कुछ जिलों में इसकी अधिक आशंका को देखते हुए मौसम विभाग ने वहां के लिए ब्ल्यू अलर्ट जारी किया है। जिन जिलों के लिए ब्ल्यू अलर्ट जारी किया गया है उनमें सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, पटना, गया, नालंदा, कटिहार, भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया व जमुई शामिल हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि जम्मू कश्मीर पर पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव दिखाई दे रहा है। इसके वजह से मौसम नरम बना हुआ है। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में छींटे व बौछारें पड़ रही हैं। इससे राज्य के तापमान में कुछ कमी दर्ज की गई है। रविवार को अधिकतम तापमान 39 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद है।
उत्तराखंड में प्री मानसून की बारिश शुरू हो गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक उत्तराखंड में अभी प्री-मानसून शावर और तेज हो सकते हैं। उन्होंने अगले दो दिन पर्वतीय क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है। साथ ही मैदानों में तेज हवाएं चलने की चेतावनी भी जारी की गई है।