मानसून ने अब पूरे भारत को अपनी आगोश में लिया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मॉनसून की पहली बारिश से मौसम सुहावना हो गया है। इससे लोगों को चिलचिलाती गर्मी से तो राहत मिली है, लेकिन कई जगह पानी भर जाने से ट्रैफिक जाम की समस्या भी खड़ी हो गई। मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली में फिलहाल अगले छह दिन तक पानी गिरने का सिलसिला जारी रहेगा।
शहर के लिए आधिकारिक आंकड़े मुहैया कराने वाली सफदरजंग वेधशाला ने बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक समाप्त हो रहे पिछले 24 घंटों में 29 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की जबकि लोधी रोड वेधशाला में इस दौरान 37.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
दिल्ली में न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम है। अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान है। अगले छह दिनों में दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
उधर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन हो गया। इससे सड़कों पर पहाड़ों का मलबा आ जाने से तबाही मच गई है। दूसरी तरफ मौसम विभाग ने मुंबई में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी होने के साथ हाईटाइड की चेतावनी है।
उत्तराखंड में पिछले 2-3 दिनों से भारी बारिश हो रही है. मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार को राज्य के हरिद्वार, पौड़ी, अल्मोड़ा और नैनीताल में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट (Orange alert) जारी किया है।
केरल में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के प्रभाव में राज्य के कई हिस्सों में बारिश जारी है. मौसम विभाग (IMD) ने पहाड़ी इडुक्की जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट और 11 अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कोट्टायम, पतनमतिट्टा, कोल्लम, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर और कासरगोड जिलों के बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटे में यूपी की राजधानी लखनऊ और आस-पास तेज बारिश हो सकती है। देश के उत्तर-पश्चिम में बने दबाव के कारण दिल्ली व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश के आसार बढ़ गए हैं। हालांकि यूपी की राजधानी लखनऊ के लोगों को अभी बारिश के लिए 48 घंटे का इंतजार करना पड़ेगा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार लखनऊ समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले दो-तीन दिन बाद बारिश होने की उम्मीद है।
पिछले एक महीने में, मौसम विभाग को राजधानी में मॉनसून के पहुंचने का सटीक अनुमान लगाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। कई तरह के पूर्वानुमानों के बाद, मौसम विभाग ने सोमवार को स्वीकार किया कि "राजधानी में मॉनसून के अनुमान में संख्यात्मक मॉडल द्वारा इस तरह की विफलता दुर्लभ और असामान्य है। इससे पहले इसने कहा था कि दिल्ली में मॉनसून 15 जून को पहुंचेगा जो 12 दिन पहले होता लेकिन वायु प्रणाली ‘‘विराम’’ चरण में प्रवेश कर गई। अंतत: मॉनसून मंगलवार को दिल्ली पहुंचा।
दिल्ली में न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम है। अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान है। अगले छह दिनों में दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
मानसून के पूरे देश में फैलने के साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बादलों ने दस्तक दे दी है। पिछले चार दिनों से मौसम विभाग मेरठ में बारिश होने की संभावना जता रहा था, मगर बरसात नहीं हो रही थी। आसपास के जिलों में दो दिन से मानसून आ चुका है, मगर मेरठ में सूखा था। बुधवार को जिले में बारिश से लोगों को बड़ी राहत मिली है। साथ ही तापमान में गिरावट से गर्मी से भी निजात मिली है।
हरियाणा में दस्तक देने के बाद मानसून को पानीपत पहुंचने में एक महीने का समय लग गया है। मंगलवार को दिनभर बादल छाने के साथ कुछ देर के लिए तेज और करीब 5 घंटे बूंदाबांदी हुई। बुधवार सुबह को भी आसमान में बादलों का डेरा रहा। जिस कारण तापमान स्थिर बना रहा। बुधवार को भी अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहेगा। हवाओं की अधिकतम रफ्तार 13 किलोमीटर प्रतिघंटा रहेगी। मौसम विभाग ने आज भी बूंदाबांदी के आसार बताए हैं। 19 से अच्छी बारिश की उम्मीद है।
उत्तराखंड में पिछले 2-3 दिनों से भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग (IMD) ने आज यानी 14 जुलाई को राज्य से हरिद्वार, पौड़ी, अल्मोड़ा और नैनीताल में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बताया गया है कि पहाड़ी इलाकों में तेज बारिश से भूस्खलन का खतरा भी बढ़ रहा है।