Munambam Christians Land Issue: लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित होने से केरल के एर्नाकुलम जिले के मुनंबम (Munambam) में विवादित 400 एकड़ भूमि पर फिर से ध्यान केंद्रित हो गया है, जहां लगभग 600 परिवार उस भूमि पर वक्फ बोर्ड के दावे के खिलाफ विरोध कर रहे हैं, जिस पर वे पीढ़ियों से रह रहे हैं। इन 600 परिवारों में से अधिकतर ईसाई (Christian) हैं।
बीजेपी ने समर्थन मांगते हुए बार-बार मुनंबम मुद्दे का हवाला दिया
केरल में ईसाई समुदाय के करीब पहुंचने की कोशिश कर रही बीजेपी ने वक्फ विधेयक के लिए समर्थन मांगते हुए बार-बार मुनंबम मुद्दे का हवाला दिया है। लोकसभा में विधेयक पारित होने के बाद, केरल बीजेपी अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) ने इसे “मुनंबम के लोगों सहित सभी नागरिकों के लिए संपत्ति के संवैधानिक अधिकार को बनाए रखने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम” करार दिया।
केरल की सत्तारूढ़ माकपा और विपक्षी कांग्रेस, जिन्होंने वक्फ विधेयक का विरोध किया था, पर निशाना साधते हुए राजीव चंद्रशेखर ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “कल हमने संसद में विपक्ष की तुष्टीकरण की राजनीति का बेशर्म प्रदर्शन देखा। मुनंबम के लोगों के मुद्दों को हल करने के बजाय, इंडी गठबंधन के सहयोगी झूठ फैलाने में अधिक रुचि रखते हैं। कल की वक्फ बहस ने केरल के लोगों के सामने इस तीखे सच को उजागर कर दिया।”
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मुनंबम में भी विधेयक के कारण जश्न मनाया गया। विरोधी पक्ष के नेताओं में से एक जोसेफ बेनी ने कहा कि यह “हमारी समस्याओं को हल करने में मदद करेगा।” एक्शन कमेटी के अध्यक्ष बेनी ने कहा, “हालांकि, हम तब तक आंदोलन जारी रखेंगे जब तक हमें भूमि पर राजस्व अधिकार वापस नहीं मिल जाता। एक बार जब यह (संशोधन विधेयक) अधिनियम बन जाता है, तो राज्य सरकार का कर्तव्य है कि वह अधिनियम को लागू करे।”
इस बीच, माकपा और कांग्रेस ने इस बात पर संदेह व्यक्त किया है कि विधेयक मुनंबम में मुद्दे को कैसे हल करेगा। सीपीआई(एम) नेता और केरल के कानून मंत्री पी राजीव ने कहा, “मैं समझता हूं कि विधेयक का कोई पूर्वव्यापी प्रभाव नहीं है। यह पहले से पंजीकृत संपत्तियों पर बाध्यकारी नहीं होगा। मौजूदा मुद्दे (जैसे मुनंबम) कैसे हल होंगे? आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर संकीर्ण सोच वाली राजनीति उजागर होगी। मुद्दा जटिल है और भाजपा मुश्किलों का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है।”
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केरल में विपक्ष के नेता और कांग्रेस मेंबर वी डी सतीशन ने भी कहा कि विधेयक मुनंबम मुद्दे को हल करने में मदद नहीं करेगा। उन्होंने कहा, “भाजपा को यह स्पष्ट करने दें कि विधेयक इस मुद्दे का समाधान कैसे निकालेगा। यह भूमि वक्फ भूमि नहीं है और इस मुद्दे को राज्य सरकार द्वारा हल किया जा सकता है। कुछ लोग इसे दो अल्पसंख्यक समुदायों के बीच ध्रुवीकरण का एक बड़ा मुद्दा बनाना चाहते हैं। सीपीआई(एम) सरकार उस ध्रुवीकरण एजेंडे का समर्थन कर रही है। कांग्रेस और मुस्लिम लीग ने कब्जाधारियों के पक्ष में रुख अपनाया है।”
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, कोच्चि के पास तटीय क्षेत्र मुनंबम में विधेयक के लोकसभा में पारित होने के तुरंत बाद पटाखे फोड़े गए। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि राजीव चंद्रशेखर और वी. मुरलीधरन सहित बीजेपी नेता घटनास्थल का दौरा करने वाले हैं।