व्यापमं घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ की उस याचिका पर पर सुनवाई करने को सुप्रीम कोर्ट गुरुवार को राजी हो गया जिसमें उसने शीर्ष अदालत से अपील की है कि विशेष जांच एजंसी (एसआइटी) को उन मामलों में आरोपपत्र दायर करने दिया जाए, जिनमें जांच पूरी हो चुकी है। मुख्य न्यायाधीश एचएल दत्तू की अध्यक्षता वाले तीन जजों के पीठ ने जांच एजंसी की याचिका की सुनवाई के लिए 20 जुलाई का दिन तय किया है। साथ ही सीबीआइ से कहा है कि वह याचिका की प्रति सभी संबंधित पक्षों को दे।
सीबीआइ की ओर से अदालत में पेश होने वाले अतिरिक्त महान्यायवादी मनिंदर सिंह ने कहा कि व्यापमं घोटाले के 185 से ज्यादा मामले एसआइटी से सीबीआइ को स्थानांतरित किए जाने में समय लगेगा। लिहाजा राज्य की जांच एजंसी को उन मामलों में आरोपपत्र दाखिल करने दिया जाए, जिनमें जांच पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा – नहीं तो आरोपी इस आधार पर जमानत हासिल कर लेंगे कि तय समय सीमा के भीतर आरोपपत्र दाखिल नहीं हुआ।
बीते नौ जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने व्यापमं घोटाले से जुड़े सभी मामलों और कथित तौर पर इस पूरे प्रकरण से जुड़ी मौतों की जांच सीबीआइ को स्थानांतरित करने का आदेश दिया था। शीर्ष अदालत ने यह आदेश कई याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए जारी किया था। इनमें से एक याचिका कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की भी थी। दिग्विजय सिंह ने अपनी याचिका में शीर्ष अदालत से अपील की थी कि व्यापमं घोटाले से जुड़े मामलों की जांच अदालत की निगरानी में सीबीआइ से करवाई जाए।
आदेश जारी करते हुए अदालत ने मध्य प्रदेश सरकार के उस अभ्यावेदन पर भी गौर किया था कि उसे व्यापमं घोटाले से जुड़े मामलों की जांच सीबीआइ को स्थानांतरित करने पर कोई आपत्ति नहीं है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि व्यापमं घोटाले से जुड़े लगभग 49 लोग संदिग्ध परिस्थितियों में मारे गए हैं। इस आरोप को राज्य सरकार ने खारिज किया है।
मरने वाले लोगों का आधिकारिक आंकड़ा लगभग 25 का है। जिसके बारे में राज्य सरकार का कहना है कि इनमें आत्महत्याएं, दुर्घटनाएं और कई अन्य अप्राकृतिक मौतें भी शामिल हैं।
कई करोड़ रुपए के इस व्यावसायिक परीक्षा घोटाले में कई उच्चस्तरीय पेशेवर, नेता और अफसरशाह आरोपियों के रूप में शामिल हैं। इस कथित घोटाले में मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल शामिल है। जो कि शिक्षकों, चिकित्सा अधिकारियों, कॉन्सटेबलों और वन्य सुरक्षाकर्मियों जैसे कई पदों के लिए परीक्षाओं का आयोजन करवाता है।