कोरोना महामारी से पूरा देश परेशान है। लगातार तीसरे दिन देश में 2 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं। हर दिन 1 हजार से अधिक लोगों की इस बीमारी से मौत हो रही है। उत्तर प्रदेश में भी संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। काशी के घाटों पर लाशों की लंबी कतार लग गयी है।
मृतक के परिजनों को शव को जलाने के लिए लकड़ियों के लिए मिन्नत करनी पड़ रही है।
काशी के घाटों पर आम दिनों में भी काफी संख्या में शव जालाए जाते थे। लेकिन कोरोना संकट के बढ़ने के बाद इस मामले में काफी तेजी आयी है। हरिशचंद्र घाट के कर्मचारियों ने पत्रकारों को बताया कि हालात काफी भयावह है। जिंदगी में हम लोगों ने इतनी भयावह स्थिति नहीं देखी थी। हम लोग लाशे गिनते-गिनते थक गए हैं। हमने सोचा भी नहीं था कि एक साथ 20-22 शव जलते रहेंगे। काशी के घाटों पर पहुंच रहे शवों में से लगभग 65 प्रतिशत कोरोना के मरीजों के हैं।
एक मृतक के परिजन ने मीडिया को बताया कि उन्हें 4-6 घंटे तक इंतजार करना पड़ा है तब जाकर लकड़ी उपलब्ध हो पाया है। शव को जलाने के लिए न जगह है न ही लकड़ी है। नंबर लगाने के बाद लगभग 10 घंटे लग जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 27357 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 120 लोगों की मौत भी हुई है। सिर्फ लखनऊ में 5913 लोगों की मौत हुई है। राज्य में शनिवार रात आठ बजे से सोमवार सुबह सात बजेत तक के लिए 35 घंटों का कर्फ्यू लगाया गया है।
गौरतलब है कि देश में कोरोना संकट गंभीर हालत में पहुंच गया है। शनिवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में 2,34,692 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 1341 लोगों की मौत हुई है। ऐसा लगातार तीसरा दिन है जब कोरोना के नए मामले 2 लाख से अधिक सामने आए हैं। देश में अबतक 1,45,26,609 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। फिलहाल देश में 16,79,740 लोगों का इलाज चल रहा है।