एक टीवी चैनल के डिबेट कार्यक्रम में एक पैनलिस्ट ने प्रधानमंत्री को कार्टून बता दिया। पैनलिस्ट की इस बात से कार्यक्रम मौजूद लोग नाराज हो गए। वहीं डिबेट में बतौर पैनलिस्ट शामिल रहे संबित पात्रा भी इस बात से इतना नाराज हो गए कि उन्होंने सिक्योरिटी बुलाकर पैनलिस्ट को डिबेट से बाहर करने की मांग कर डाली। बता दें कि डिबेट कार्यक्रम में विपक्ष द्वारा उठाए गए असहिष्णुता के मुद्दे और व्हाट्सएप जासूसी विवाद के मुद्दे पर चर्चा हो रही थी।

न्यूज18 टीवी चैनल के एक कार्यक्रम में यह डिबेट हो रही थी। असहिष्णुता संबंधी मुद्दे पर बोलते हुए कार्यक्रम में मौजूद कांग्रेस नेता निशांत वर्मा ने कहा कि 31 अक्टूबर को देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि थी, लेकिन उसी दिन भाजपा नेता तेजिन्दर बग्गा ने उन्हें ‘खलनायक’ बता दिया। निशांत वर्मा ने कहा कि ये असहिष्णुता है। इस पर जब संबित पात्रा ने गांधी परिवार पर निशाना साधा तो निशांत वर्मा ने इंदिरा गांधी को फिर ‘खलनायक’ कहने का मुद्दा उठा दिया। इसे लेकर कुछ देर गरमा-गरमी हुई तो कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि ‘कार्टून’ को प्रधानमंत्री बना दिया।

इस पर तुरंत ही शो के एंकर ने आपत्ति दर्ज की और शो में मौजूद लोग भी इस बात से नाराज दिखे। वहीं संबित पात्रा ने सिक्योरिटी बुलाने की मांग कर डाली। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी देखा जा रहा है।

बता दें कि बीते दिनों कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने एक बयान में एक बार फिर देश में बढ़ रही असहिष्णुता और हिंसा का मुद्दा उठाया और इस पर चिंता जाहिर की थी। वहीं दूसरी तरफ केन्द्र सरकार पर व्हाट्सएप जासूसी मामले में सवाल उठ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि हाल ही में एक स्पाइवेयर पेगासस के जरिए मशहूर सोशल मीडिया एप व्हाट्सएप पर दुनियाभर में लोगों की जासूसी होने का मामला सामने आया था। भारत में भी कई सामाजिक कार्यकर्ताओं, विपक्षी नेताओं, पत्रकारों और वकीलों आदि के व्हाट्सएप की जासूसी होने का खुलासा हुआ था। विपक्ष का आरोप है कि इस जासूसी कांड की जानकारी सरकार को भी थी। हालांकि सरकार इससे इंकार कर रही है और उसने व्हाट्सएप से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा है।